World Environment Day 2018 Theme: आज भारत सहित दुनियाभर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। पर्यावरण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विश्व ‘पर्यावरण दिवस’ मनाया जाता है। खास बात यह है कि इस साल पर्यावरण दिवस की मेजबानी खुद भारत कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलावर को दुनिया को भारत का पर्यावरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान पर जानकारी देंगे। रिपोर्ट के मुताबिक विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारत की मेजबानी में पर्यावरण मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह में पीएम मोदी पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से विश्व समुदाय को अवगत कराएंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस साल विश्व पर्यावरण दिवस के आयोजन की मेजबानी भारत को सौंपी है। प्लास्टिक के प्रयोग से मुक्ति की थीम पर आधारित पांच दिवसीय समारोह के अंतिम दिन मोदी पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करेंगे।
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने बीते सोमवार को राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों के सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन पूरे विश्व में सुना जा सकेगा। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भारत और संयुक्त राष्ट्र द्वारा किए जा रहे प्रयासों को दर्शाने के लिए राजपथ पर आयोजित प्रदर्शनी का भी मोदी अवलोकन करेंगे। पिछले चार दिनों से जारी सम्मेलनों में केन्द्र और राज्य सरकारों के अलावा संयुक्त राष्ट्र और अग्रणी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मोदी ने हाल ही में अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा था कि विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी भारत को मिलना जलवायु परिवर्तन संबंधी मुद्दों पर भारत की नेतृत्व क्षमता को विश्व समुदाय द्वारा स्वीकार करने का स्पष्ट संदेश है। इस दौरान उन्होंने देशवासियों से प्लास्टिक के प्रयोग को नकारने की भी अपील की।
वहीं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत अंतरराष्ट्रीय संगठन ग्रीनपीस ने शीतल पेय एवं अन्य प्लास्टिक उत्पादों से जुड़ी कंपनियों को प्लास्टिक के निस्तारण की जिम्मेदारी से कानूनी तौर पर आबद्ध करने की मांग की है। ग्रीनपीस की अभियान निदेशक दिया देब ने विश्व पर्यावरण दिवस के सिलसिले में एक आयोजन के दौरान प्लास्टिक इस्तेमाल करने वाली कंपनियों से प्लास्टिक कचरे के निस्तारण की जिम्मेदारी स्वयं लेने का आह्वान किया। देब ने कहा कि भारत मंगलवार (5 जून, 2015) विश्व पर्यावरण दिवस के मुख्य आयोजन की मेजबानी कर रहा है। इस साल आयोजन की थीम प्लास्टिक के कारण होने वाले प्रदूषण से मुक्ति का संकल्प लेना है।
उन्होंने कहा कि पैकेजिंग उद्योग सबसे ज्यादा प्लास्टिक कचरा उत्पादित करते हैं। इनमें बोतल, कैप, खाने के पैकेट, प्लास्टिक बैग आदि शामिल हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार समुद्र को प्रदूषित करने वाले शीर्ष पांच प्रदूषकों में चार दूषित तत्व पैकेंजिंग उद्योग से निकलने वाले प्लास्टिक उत्पाद हैं। देब ने आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से कहा कि भारत में 24,940 टन प्लास्टिक कचरा प्रतिदिन निकलता है। इसमें 60 प्रतिशत कचरे का ही निस्तारण हो पाता है। शेष 40 प्रतिशत कचरे का निस्तारण पर्यावरण के लिए गंभीर चुनौती बन गया है। उन्होंने सरकार से प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिये संबद्ध कंपनियों को कानूनी तौर पर आबद्ध करने और कंपनियों द्वारा स्वयं इस जिम्मेदारी का निर्वाह किए जाने की मांग की।