प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की। मीटिंग के दौरान जेलेंस्की ने यूक्रेन में युद्ध के शीघ्र समाधान और शांति और स्थिरता की बहाली के लिए भारत का समर्थन मांगा। जेलेंस्की ने कहा कि भारत और यूक्रेन अपने संबंधों को सक्रिय रूप से विकसित कर रहे हैं और सहयोग को मजबूत करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात के बाद जेलेंस्की ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के स्पष्ट समर्थन के लिए आभारी हूं।”
जेलेंस्की से पीएम मोदी ने की मुलाकात
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के भविष्य के शिखर सम्मेलन से अलग जेलेंस्की से मुलाकात की। इस साल यह उनकी तीसरी द्विपक्षीय बैठक थी। मंगलवार की शुरुआत में पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। हम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पिछले महीने मेरी यूक्रेन यात्रा के परिणामों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
जेलेंस्की ने कहा, “हमारी बातचीत का मुख्य फोकस अंतरराष्ट्रीय मंचों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र और जी20 में हमारी बातचीत को बढ़ाने के साथ-साथ शांति फॉर्मूला लागू करने और दूसरे शांति शिखर सम्मेलन की तैयारी पर था।” प्रधानमंत्री कार्यालय की एक प्रेस रिलीज के अनुसार दोनों नेताओं ने पीएम मोदी की हालिया यूक्रेन यात्रा पर संतोष व्यक्त किया। इसमें कहा गया कि यूक्रेन की स्थिति के साथ-साथ शांति की राह पर आगे बढ़ने का मुद्दा भी उनकी चर्चा में प्रमुखता से उठा।
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प्रेस रिलीज़ के अनुसार पीएम मोदी ने कहा कि भारत संघर्ष के स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने साधनों के भीतर हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने 23 अगस्त को कीव का दौरा किया था। यह यात्रा जुलाई में मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ पीएम मोदी की बातचीत के तुरंत बाद हुई थी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था, “मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बता सकता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है और यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने में योगदान देने के लिए तैयार है। मैं कह सकता हूं कि राष्ट्रपति पुतिन की बात सुनने के बाद मुझे उम्मीद है।”
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को संपन्न अपनी तीन दिवसीय संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें कीं। एक दिन पहले उन्होंने फ़िलिस्तीन के लोगों के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की थी जब उन्होंने राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की थी।