जब से व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की के बीच कहासुनी हुई है, उसके बाद से यूरोपियन यूनियन चर्चा में है। यूरोपीय यूनियन ने यूक्रेन को अपना समर्थन दिया है और जेलेंस्की के समर्थन में भी सोशल मीडिया पोस्ट किया है। अगर अमेरिका, रूस-यूक्रेन युद्ध से पीछे हटता है तो फिर यूक्रेन को बचाने की जिम्मेदारी यूरोप के ही कंधों पर होगी।

अमेरिका जंग से रहेगा दूर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि अगर कोई जंग छिड़ती है तो इससे अमेरिका दूर रहेगा। अब बड़ा सवाल उठता है कि यूक्रेन तो रूस से युद्ध लड़ नहीं पाएगा, तो फिर क्या यूरोपीय देश रूस से सीधा जंग लड़ेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप ने जेलेंस्की से मुलाकात से पहले यूरोप का प्रतिनिधित्व करने आए ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर कीर स्टार्मर से भी मुलाकात की थी।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि पूरे यूरोप की रूस के साथ जंग छिड़ने जा रही है और उसका सेंटर पॉइंट यूक्रेन बनेगा। वहीं इससे पहले उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों से भी मुलाकात की थी। इस दौरान भी दोनों नेता सहज स्थिति में नहीं थे। अमेरिका के युद्ध से पीछे हटने के बाद जेलेंस्की जंग में अकेले पड़ गए हैं। ऐसे में यूरोपियन यूनियन के देशों को साथ आना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें सबसे पहले यूक्रेन को सुरक्षा की गारंटी देनी होगी। हालांकि संभावना यह भी है कि अगर वह यूक्रेन को सुरक्षा की गारंटी देने पर सहमत होते हैं तो रूस यूरोपीय देशों पर हमले शुरू कर सकता है।

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अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या यूरोप के देश रूस से अकेले लड़ने की क्षमता रखते हैं? आंकड़े कुछ अलग ही कहानी बयां करते हैं-

जानें यूरोपियन यूनियन और रूस के पास कितने हथियार

रूस कई मामलों में यूरोपियन यूनियन के देशों से काफी आगे है। यूरोपीय यूनियन के पास नियमित सैनिक 14 लाख हैं तो रूस के पास इनकी संख्या 15 लाख है। यूरोपियन यूनियन के पास रिजर्व सैनिक 17 लाख हैं तो वहीं रूस के पास 25 लाख रिजर्व सैनिक हैं। अगर हम परमाणु हथियारों की बात करें तो रूस के आगे कोई नहीं टिकता है। ब्रिटेन-फ्रांस के पास कुल 450 परमाणु वारहेड वार तैयार हैं तो वहीं रूस के पास अकेले 920 परमाणु वारहेड युद्ध के लिए तैयार हैं। ब्रिटेन और फ्रांस के पास 75 परमाणु हथियार रिजर्व हैं जबकि रूस के पास इससे 100 गुना अधिक करीब 7300 परमाणु हथियार हैं।

टैंकों के मामले में रूस दुगुना ताकतवर

अगर हम टैंकों के मामले में देखे तो रूस यूरोपीय यूनियन के देशों से काफी आगे है। यूरोपीय यूनियन के 28 देशों के पास 6700 टैंक हैं तो रूस के पास अकेले 15,400 टैंक हैं। यूरोपियन यूनियन के पास सैन्य वाहनों की संख्या 48,900 है तो वहीं रूस के पास इसकी संख्या 31300 है। इस मामले में रूस थोड़ा पीछे है। जबकि सेल्फ प्रोपेल्ड गन यूरोपियन यूनियन के पास 2300 है तो वहीं रूस के पास 5972 प्रोपेल्ड गन है। यूरोपियन यूनियन के पास 3500 आर्टलरी गन है तो वहीं रूस के पास 4625 गन हैं।

रूस के पास 7 तरह की हाइपरसोनिक मिसाइल है जबकि यूरोपियन यूनियन देशों के पास एक भी हाइपरसोनिक मिसाइल नहीं है। रूस के पास कारवेट्स की संख्या 81 है जबकि यूरोपियन यूनियन के पास 39 है। रूस के पास 60 सबमरीन है जबकि यूरोपियन यूनियन के पास 61 सबमरीन है। फाइटर जेट के मामले में यूरोपियन यूनियन के देश रूस से आगे हैं और उसके पास केवल 3100 फाइटर जेट हैं, जबकि यूरोपियन यूनियन के पास 6751 फाइटर जेट है।