भारत और अमेरिका के बीच अब तक ट्रेड डील नहीं हो पाई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, इसमें से 25% टैरिफ लागू हो चुका है, जबकि 27 अगस्त से ट्रंप के टैरिफ का दूसरा लागू हो जाएगा। इसी बीच, अब व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को यूक्रेन संघर्ष को आगे बढ़ाने से रोकने के लिए भारत पर टैरिफ लगाया है।
कैरोलिन लेविट ने कहा, “देखिए राष्ट्रपति ने इस युद्ध को खत्म करने के लिए जबरदस्त दबाव डाला है। उन्होंने कई कदम उठाए हैं, जैसा कि आपने देखा है, भारत पर प्रतिबंध और अन्य कदम भी उठाए हैं। राष्ट्रपति आगे बढ़ना चाहते हैं और इस युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हैं। नाटो महासचिव सहित सभी यूरोपीय नेता व्हाइट हाउस छोड़ रहे हैं और वे सभी इस बात पर सहमत हैं कि यह एक शानदार पहला कदम है और यह अच्छी बात है कि ये दोनों नेता एक साथ बैठेंगे और राष्ट्रपति को भी उम्मीद है कि ऐसा होगा।”
ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन के नेताओ से मुलाकात की
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा ट्रंप की पुतिन के साथ मीटिंग के बाद यूरोपीय नेता व्हाइट हाउस में 48 घंटे के अंदर आ गए। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन के साथ अमेरिकी धरती पर बैठक करने के 48 घंटे बाद राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में इन सभी यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की। वास्तव में राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक के तुरंत बाद इन यूरोपीय नेताओं को दी गई जानकारी में इतनी प्रगति हुई कि उनमें से हर एक 48 घंटे बाद विमान में सवार होकर अमेरिका के लिए रवाना हो गया।”
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ट्रंप के दावे को दोहराया
लीविट ने ट्रंप के उस पुराने दावे को भी दोहराया कि अगर वह सत्ता में होते तो युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता। उन्होंने आगे कहा कि पुतिन खुद भी इस बात से सहमत थे। एक पत्रकार के सवाल पर उन्होंने कहा, “सच है। क्या आप इसे सच मानते हैं? यूरोपीय नेता तो मानते हैं और वैसे, राष्ट्रपति पुतिन ने खुद भी यही कहा है।” इतना ही नहीं लेविट ने कहा कि ट्रंप शांति की जरूरत को समझते हैं और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोशिश कर रहे है और यूरोपीय नेताओं और नाटों के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। भारत रूस और चीन दोनों के साथ नजदीकियां बढ़ा रहा