Pakistan-Turkey Relation: पाकिस्तान की तरफ से लगातार दो दिनों से भारत पर हमला किया गया है। कई शहरों को निशाना बनाया गया है, ड्रोन अटैक के जरिए नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई है। लेकिन पाकिस्तान को अपने इस कायराना हमले में एक और मुस्लिम देश का समर्थन मिला है। तुर्की एक ऐसा देश बनकर सामने आया है जो पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है, उसके आतंकवाद का समर्थन कर रहा है और उसके हर गलत काम पर पर्दा डाल रहा है। अब वैसे तो कई सालों से पाकिस्तान और तुर्की के रिश्ते काफी मजबूत रहे हैं, दोनों के कूटनीतिक से लेकर रक्षा क्षेत्र में कई समझौते हैंl
अभी इस समय जब भारत और पाकिस्तान के बीच में तनाव चरम पर पहुंच चुका है तो यहां पर तुर्की की भूमिका समझना जरूरी हो जाता है। 7 प्वाइंट्स में समझने की कोशिश करते हैं कि तुर्की और पाकिस्तान के रिश्ते इतने खास क्यों चल रहे हैं-
- तुर्की ने पाकिस्तान को कई मोर्चों पर अपना खुला समर्थन दिया है। बात चाहे आर्थिक हो मिलिट्री हो या फिर उसकी सांप्रदायिक नेरेटिव को हवा देने की, तुर्की ने अच्छे दोस्त होने के सारे धर्म निभाएं हैं। पाकिस्तान ने जिस टू नेशन थ्योरी की वजह से जन्म लिया है, इसका सबसे बड़ा समर्थक भी तुर्की है। कश्मीर को लेकर भी पाकिस्तान जितना जहर उगलता है, तुर्की सिर्फ उसका समर्थन करता है। हैरानी की बात यह है कि जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था. तुर्की के राष्ट्रपति पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ से मिलने पहुंच गए थे। उसे मुलाकात के बाद पाकिस्तान के पीएम ने दिल खोलकर तुर्की की तारीफ की थी और समर्थन के लिए शुक्रिया भी बोला था।
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब पूरी दुनिया भारत के साथ मजबूती से खड़ी थी, आतंकवाद के खिलाफ हर कोई आक्रोश दिखा रहा था, कई रिपोर्ट में दावा किया गया कि उस समय तुर्की की तरफ से पाकिस्तान की सैन्य सहायता की गई।
- कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद और भारत के साथ जब पाकिस्तान का तनाव बढ़ा, उस समय 6 तुर्किश मिलिट्री एयरक्राफ्ट पाकिस्तान पहुंचे थे और उन एयरक्राफ्ट में हथियार और दूसरे मिलिट्री संसाधन थे। यह अलग बात है कि तुर्की ने इन दावों को तब खारिज कर दिया था।
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद तुर्की का युद्ध पोत भी कराची पहुंचा था, उसने कई सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया। तुर्की ने अगर इसे सामान्य प्रक्रिया बताया तो वहीं पाकिस्तान ने इसे शिष्टाचार से जोड़ दिया।
- भारत ने जब ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, तुर्की उन देशों में शामिल था जिसने पाकिस्तान के प्रति संवेदना व्यक्त की, तब तुर्की के राष्ट्रपति ने पीएम शाहबाज शरीफ से फोन पर बात भी की थी। बड़ी बात यह रही कि तुर्की ने तब भारत के ऑपरेशन को सिविलियंस के खिलाफ बता दिया था।
- पाकिस्तान ने जब पहली बार भारत पर ड्रोन हमला किया, विदेश मंत्रालय की तरफ से इस बात की पुष्टि की गई कि तुर्की में बनाए गए ड्रोन्स के जरिए पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
- ड्रोन्स के अलावा तुर्की ने पाकिस्तान को PNS खैबर और बाबर दे रखे हैं, इसके अलावा PNS तारिक और PNS बदर भी शामिल हैं। कई ऐसे भी हथियार हैं जो आने वाले समय में तुर्की से पाकिस्तान को सप्लाई होने वाले हैं।