न्यूयॉर्क सिटी के मेयर का चुनाव होने वाला है। इसके लिए वोटिंग होगी। इस बीच न्यूयॉर्क सिटी मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोहरान ममदानी चर्चा में हैं। लेकिन अहम बात यह है कि जोहरान अमेरिका में हिंदी बोलकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के प्राइमरी चुनाव में एंड्रयू कुओनो और ममदानी के बीच मुकाबला था। इसमें एंड्र्यू की हार हुई और ममदानी जीत गए।
जोहरान अभी 33 साल के हैं। अगर ममदानी चुनाव जीत जाते हैं तो वह न्यूयॉर्क में मेयर पद के चुनाव में पहले मुस्लिम उम्मीदवार बनकर इतिहास रच देंगे। इसके साथ ही वह न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मूल के मेयर बनेंगे।
कौन हैं जोहरान ममदानी?
जोहरान का जन्म 1991 में युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। उनके पिता कोलंबिया यूनिवर्सिटी के जाने-माने प्रोफेसर रह चुके हैं। जोहरान के पिता का नाम मोहम्मद ममदानी था जबकि उनकी मां भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्देशक मीरा नायर हैं। जोहरान ममदानी के पिता केपटाउन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। वर्ष 2018 में जोहरान ममदानी को अमेरिकी नागरिकता मिली।
लंबी दूरी वाली परमाणु मिसाइल बनाने पर काम कर रहा पाकिस्तान, चपेट में अमेरिका तक!
2020 में ममदानी ने लड़ा पहला चुनाव
राजनीति में आने से पहले जोहरान सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करते थे। वह न्यूयॉर्क में बतौर फॉरक्लोजर काउंसलर के रूप में काम करते थे। इस दौरान वह कम आय वाले परिवारों की मदद करते थे। उन्होंने देखा कि यहां पर केवल आर्थिक नहीं बल्कि नीतियों में भी दिक्कत है। इसके बाद उन्होंने राजनीति में आने का मन बनाया। वर्ष 2020 में उन्होंने अपना पहला चुनाव लड़ा और न्यूयॉर्क असेंबली के 36वें डिस्ट्रिक्ट से डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की। अब न्यूयॉर्क मेयर प्राइमरी चुनाव में उन्होंने पूर्व गवर्नर एंड्रयू को पीछे छोड़कर सबको हैरान कर दिया है।
पीएम मोदी और इजरायल के ही आलोचक हैं जोहरान
जोहरान पीएम मोदी और इजरायल दोनों के ही आलोचक हैं। जोहरान गोधरा दंगों के जिम्मेदार पीएम मोदी को ही मानते हैं। वहीं वह इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भी आलोचक हैं। बेंजामिन नेतन्याहू को जोहरान युद्ध अपराधी बताते हैं। हालांकि फिलिस्तीन के समर्थन और इजरायल के विरोध के कारण डेमोक्रेटिक पार्टी के भी कई नेता जोहरान का विरोध करते हैं।