Russia-Ukraine युद्ध कब खत्म होगा यह किसी को नहीं पता। हर दिन दोनों देश एक-दूसरे पर खतरनाक हथियारों से हमला कर रहे हैं। गुरुवार को जब यूक्रेन सीमा के निकट रूस के शहर बेलगॉरॉड (Belgorod) में जोरदार धमाका हुआ, तो वहां के तमाम बाशिंदों ने सोचा कि यूक्रेन ने अटैक कर दिया है। इस हमले को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जाने लगे लेकिन थोड़ी ही देर बाद रूस की मिलिट्री ने यह माना कि गलती से उनके ही एक प्लेन ने अपने ही शहर में एक बम गिरा दिया।

बेलगॉरॉड यूक्रेन सीमा से चालीस किलोमीटर दूर है। इस शहर पर कई ड्रोन अटैक हो चुके हैं। रूसी अधिकारी इन ड्रोन अटैक्स के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहरते हैं लेकिन गुरुवार को हुआ धमाका पिछले सभी धमाकों से ज्यादा पावरफुल था। चश्मदीदों ने बताया कि फुफकारने की धीमी आवाज के बाद एक धमाका हुआ जिससे आस-पास के अपार्टमेंट की इमारतें हिल गईं और एक कार स्टोर की छत पर जा गिरी।

धमाके की वजह से एक 66-फुट चौड़ा गड्ढा बना गया। यहां के अपार्टमेंट्स की खिड़कियां टूट गईं, कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं और दो लोकल लोग घायल भी हो गए। धमाके में धायल हुए एक अन्य व्यक्ति को अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया है।

बेलगॉरॉड में हुए धमाके को यूक्रेनी हमला मान रूस के लोग और मिलिट्री ब्लॉगर तुरंत ही प्रयोग किए गए हथियार के बारे में चर्चा करने लगे। कई लोग तो सोशल मीडिया पर इस हमले के जवाब में हमले की मांग करने लगे लेकिन करीब एक घंटे बाद रूस की डिफेंस मिनिस्ट्री ने माना कि बम गलती से उनके ही Su-34 विमान ने गिराया था।

रूस की तरफ से धमाके के बारे में कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई लेकिन मिलिट्री एक्सपर्ट कयास लगाए जा रहे हैं कि जो बम बेलगॉरॉड में गिराया गया उसका वजन कम से कम 500 किलो होगा। बताया जा रहा है कि जिस हथियार का इस्तेमाल किया गया वज जमीन पर गिरने के थोड़ी देर बाद फटता है और अंडर ग्राउंस फेसिलिटी को भी प्रभावित करता है। हमले के बाद बेलगॉरॉड के गवर्नर ने बताया कि लोकल अधिकारियों ने धमाके के बाद एक नौ मंजिला अपार्टमेंट इमारत के निवासियों को अस्थायी रूप से फिर से बसाने का फैसला किया है।