Pope Francis News: कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 साल की उम्र निधन हो गया है। वेटिकन के मुताबिक स्थानीय समयानुसार आज सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर पोप ने अंतिम सांस ली। पोप फ्रांसिस को रोम के जेमेली हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। पोप फ्रांसिस बीते कई दिनों से फेफड़ों और किडनी में गंभीर संक्रमण से जूझ रहे थे। आइए अब जानते हैं पोप फ्रांसिस की सादगी का वो किस्सा जब उन्होंने जेल में जाकर महिला कैदियों के पैरों को धोया था और चूमा था। इसमें कुछ मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थीं।
चर्च की परंपरा के तहत हर साल ईस्टर से पहले आने वाले गुरुवार को पादरी गरीबों के पैर धोते हैं। पोप फ्रांसिस ने इस परंपरा को नया रूप दिया। वह खुद रोम की जेल में पहुंचे थे। पोप फ्रांसिस ने उनके पैरों पर पानी डाला, उन्हें तौलिए से पोंछा और उनके पैरों को चूमा, तो रोम की रेबिबिया जेल में 12 महिला कैदी रो पड़ीं। इनमें कुछ मुस्लिम महिला कैदी भी थीं। पोप फ्रांसिस ने जिन 12 महिलाओं के पैर धोए थे। वह एक ऊंचे मंच पर स्टूल पर बैठी थीं। ताकि पोप को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो।
चार साल पहले वेटिकन में PM मोदी से मिले थे पोप फ्रांसिस
पोप फ्रांसिस ने क्या दिया था संदेश
व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे ही फ्रांसिस ने उनके पैर धोए थे। कई महिलाएं वार्मअप सूट पहने हुए थीं। इनमें इटली, बुल्गारिया, नाइजीरिया, यूक्रेन, पेरू, वेनेजुएला और बोस्निया-हर्जेगोविना की महिलाएं शामिल थीं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बतौर पोप के उनके ऐसा करने को कैथोलिक चर्च की तरफ से हाशिए पर गए लोगों तक पहुंचने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा था। बाइबिल में कहा गया है कि ईसा मसीह ने खुद को सलीब पर चढ़ाए जाने से एक दिन पहले 12 धर्मदूतों के पैरों को इसी तरह धोया था।
पोप फ्रांसिस का लंबी बीमारी के बाद निधन
वेटिकन ने सोमवार को घोषणा की कि पोप फ्रांसिस का लंबी बीमारी के बाद 88 साल की उम्र में निधन हो गया है। पोप फ्रांसिस रोमन कैथोलिक चर्च के पहले लैटिन अमेरिकी नेता थे। पोप को अपने 12 साल के कार्यकाल में कई बीमारियों का सामना करना पड़ा। हाल ही में उन्हें निमोनिया की गंभीर बीमारी भी हुई थी। कार्डिनल केविन फैरेल ने वेटिकन के टीवी चैनल पर घोषणा की, ‘प्रिय भाइयों और बहनों, मुझे अत्यंत दुख के साथ हमारे पवित्र पिता फ्रांसिस के निधन की घोषणा करनी पड़ रही है।’ कल ही ईस्टर के कार्यक्रम में हुए थे शामिल लेकिन सहयोगी ने पढ़ा था भाषण