What Is THAAD: इजरायल में बहुत ही जल्द अमेरिका का ब्रह्मास्त्र कहा जाने वाला मिसाइल डिफेंस सिस्टम THAAD तैनात होगा। इसकी मदद से मिसाइलों के हमले से बचा सकता है। इतना ही नहीं अमेरिका अपने 100 सैनिकों को भी भेज रहा है। यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब हाल ही में ईरान ने इजरायल पर 180 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया था। आइए जानते हैं कि यह THAAD क्या है और इसकी ताकत क्या है।

क्या है थाड

थाड की बात करें तो इसका पूरा नाम टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस है। थाड एक बेहद ही अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम है। इसको छोटी दूरी से लेकर लंबी दूरी तक की बैलिस्टिक मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए बनाया गया है। थाड को अमेरिका का ब्रह्मास्त्र इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि यह उसका अकेला ऐसा मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जो वायुमंडल के भीतर और बाहर दोनों जगह टारगेट को रोकने में सक्षम है। यह डिफेंस सिस्टम आसमान से आती हुई मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर देता है। THAAD में लगातार सुधार किए जा रहे हैं ताकि नए खतरों से बचा जा सके।

थाड के काम करने का तरीका क्या है?

थाड मिसाइल डिफेंस सिस्टम को बैलेस्टिक मिसाइलों को उनके टर्मिनल फेज में तबाह करने के लिए ही बनाया गया है। सीधी भाषा में कहें तो लॉन्च होने के बाद में जब बैलिस्टिक मिसाइलें अपने टारगेट के करीब पहुंच जाती हैं तो थाड उसे तबाह कर देता है। THAAD की मारक क्षमता भी काफी बेहतरीन है। इस पूरे सिस्टम में इंटरसेप्टर, रेडियो और रडार जैसे उपकरण होते हैं।

हिजबुल्लाह का इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला, मिलिट्री बेस को ड्रोन से बनाया निशाना

इजरायल को थाड क्यों दे रहा अमेरिका

जो बिडेन प्रशासन ने ईरान या उसके सहयोगियों से बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से देश की रक्षा के लिए इजरायल की मदद की। इजरायल ईरान को जवाब देने की तैयारी कर रहा है। हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद में थाड की तैनाती इजरायल की सिक्योरिटी को और भी पुख्ता बना देता है। इजरायल के पास अपने एयर डिफेंस पहले से मौजूद हैं। उनमें आयरन डोम, डेविड स्लिंग और ऐरो शामिल हैं। अमेरिका के इस ब्रह्मास्त्र के इजरायली बेड़े में जुड़ने के बाद इजरायल काफी मजबूत हो जाएगा।

थाड की तैनाती में अमेरिका की क्या है भूमिका

थाड की तैनाती में एक सबसे जरूरी पहलू यह है कि इसको अमेरिका के सैनिकों के द्वारा ही ऑपरेट किया जाता है। अगर इसे इजरायल में तैनात किया जाता है तो इसके लिए इजरायली जमीन पर अमेरिका के सैनिकों की मौजूदगी होना बहुत ही जरूरी है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से कुछ हफ्ते पहले इजरायल को THAAD भेजने का फैसला लिया गया है। यह इजरायल द्वारा गाजा पर बमबारी शुरू करने के बाद से इजरायल में पहली बड़ी अमेरिकी सैन्य तैनाती है।