Martial Law Imposed In South Korea: दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगा दिया गया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने कहा है कि विपक्ष उत्तर कोरिया के साथ खड़ा है, ऐसे में देश की सुरक्षा सबसे जरूरी हो जाती है। राष्ट्रपति यून सुक योल ने मंगलवार को देश के नाम एक संबोधन दिया और उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उनकी तरफ से कहा गया कि देश का विपक्ष अब उत्तर कोरिया के साथ मिल चुका है और वो उसके प्रति सहानुभूति दिखाने लगा है।
मार्शल लॉ क्या होता है?
मार्शल लॉ किसी भी देश में सरकार द्वारा घोषित एक न्यायिक व्यवस्था होती है। इसमें सैन्य बलों को एक क्षेत्र पर शासन और नियंत्रण करने का अधिकार दिया जाता है। यह जरूरी नहीं होता कि मार्शल लॉ पूरे देश में ही लागू हो। इसे देश के किसी भी छोटे हिस्से में लगाया जा सकता है और इसे ही सैनिक कानून कहा जाता है।
मार्शल लॉ कब लगाया जाता है?
जब भी किसी देश के राष्ट्रपति को लगता है कि उसके देश में स्थितियां बिगड़ सकती है, ऐसे में वह मार्शल लॉ लगाने की घोषणा करते हैं। मार्शल लॉ को सैनिक कानून भी कहा जाता है। कई बार इसे युद्ध के समय भी लगा दिया जाता है, ताकि सेना के पास इसका नियंत्रण है।
मार्शल लॉ को तभी लागू किया जाता है जब सिविल अनरेस्ट हो या कोई नेशनल क्राइसिस आ जाए या फिर स्टेट ऑफ वार की स्थिति हो। इसमें आर्मी के हाथ में देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी आ जाती है। यानी आसान शब्दों में कहें तो जिस देश में मार्शल लॉ लगता है, वहां पर आर्मी का टेक ओवर हो जाता है।
राष्ट्रपति यून सुक योल 2022 में सत्ता पर काबिज हुए थे, लेकिन उनकी कंजर्वेटिव पीपल पॉवर पार्टी की लगातार विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ तकरार देखने को मिली है। इस साल जो बजट पेश किया गया था, उसे लेकर भी काफी विवाद रहा था। यून सुक योल की लोकप्रियता भी घटती जा रही है। यून सुक योल कई घोटालों में भी फंस चुके हैं और उसी वजह से भी विपक्ष उन पर हमलावर है। पढ़ें दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति क्यों बोले- देश की सुरक्षा सबसे जरूरी