Pakistan Train Hijack: बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने बोलन जिले में पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला किया। इसमें ड्राइवर घायल हो गया और सुरक्षा बलों समेत 182 से ज्यादा यात्रियों को सुनसान पहाड़ी क्षेत्र में बंधक बना लिया। अब रिपोर्ट यह भी है कि पाकिस्तान सरकार ने स्पेशल फोर्स की 7 यूनिट भेजी है और बीएलए ने 20 सैनिकों को मारने का दावा किया है। आइए अब जानते हैं कि आखिर यह बीएलए यानी बलूच लिबरेशन आर्मी क्या है और इसका नेतृत्व कौन कर रहा है?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की स्थापना साल 2000 में हुई थी। वह अपनी आजादी के लिए पाकिस्तान से लड़ता आया है। बलूच की आर्मी ने करीब 6000 से ज्यादा लड़ाके हैं। बलूचिस्तान में सबसे बड़ा आर्म्ड ग्रुप माने जाने वाले बीएलए का दावा है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के गैस और खनिज संसाधनों का गलत तरीके से दोहन कर रही है।
पाकिस्तानी सरकार ने भी 2006 से बलूच समूह पर बैन लगा रखा है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई के बावजूद यह बलूचिस्तान में सबसे फेमस आतंकी संगठन बना हुआ है। बीएलए चीनी हितों खास तौर पर रणनीतिक बंदरगाह ग्वादर को भी निशाना बनाता है और बीजिंग पर पाकिस्तान को प्रांत का दोहन करने में मदद करने का आरोप लगाता है। बीएलए ने सेना और नौसेना के ठिकानों पर हमला करके अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। इसका एक उदाहरण साल 2022 में भी देखा गया है।
बलोच आर्मी ने हाईजैक की ट्रेन तो कश्मीर के सांसद ने दिखाया आईना
कौन करता है बलूच लिबरेशन आर्मी का नेतृत्व
बलूच लिबरेशन आर्मी के नेतृत्व की बात की जाए तो साल 2006 से 2018 तक असलम बलूच संगठन का चीफ रहा। हालांकि, साल 2018 में अफगानिस्तान में एक आत्मघाती हमला हुआ था और इसमें असलम की मौत हो गई थी। इस घटना की वजह से बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को बहुत तगड़ा झटका लगा था। हालांकि, असलम की मौत के बाद में संगठन ने कभी भी खुले तौर पर इसके नेतृत्व करने वालों का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। ऐसा कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि बलूचिस्तान में स्थानीय कमांडर ही दस्तों के संचालन का जिम्मा उठाते हैं।
पाकिस्तानी सेना को दी वॉर्निंग
जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने के बाद बीएलए ने पाकिस्तानी सेना को एक अल्टीमेटम जारी किया है। ग्रुप ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान ने ऑपरेशन शुरू किया तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। एक बयान में, बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहा कि अगर हवाई बमबारी तुरंत नहीं रोकी गई तो अगले एक घंटे के अंदर सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। उग्रवादी समूह के मजीद ब्रिगेड, एसटीओएस, फतह स्क्वाड और जीराब यूनिट के लड़ाके सक्रिय रूप से जवाबी कार्रवाई में लगे हुए हैं और चेतावनी दे रहे हैं कि आगे किसी भी सैन्य घुसपैठ के भयावह परिणाम होंगे। BLA ने ट्रेन की हाईजैक, 20 सैनिकों को मारने का दावा