खुद को बाबा बताने वाले एक शख्स की प्रार्थना के दौरान मौत हो गई। हादसा तब हुआ, जब उसने शरीर और आत्मा को पवित्र करने के लिए अपने आप को धातु के बड़े पात्र में बंद कराया था। बाबा के समर्थकों ने पात्र को ढंकने के बाद उसे गर्म करना शुरू किया था, जिसके चलते वह जल गया और उसे दिल का दौरा पड़ गया। यह मामला मलेशिया का है। 68 साल के लिम बा को यहां ब्लैक डॉग नाम से जाना जाता था। वह पिछले दस सालों से इस तरह से प्रार्थना करते आ रहे थे। जब वह खुद को धातु के पात्र के भीतर बंद कराते थे, तो बाहर श्रद्धालु भी मौजूद होते थे। मगर इस बार यह अनोखी प्रथा उनकी जान पर आफत बन गई।

लिम बा हर बार की तरह इस बार भी प्रथा निभाने को तैयार थे। वह प्रार्थना करने के लिए हाथ जोड़ कर बैठे थे। ऊपर से धातु का एक बड़ा पात्र रखा गया, जिसके नीचे कुछ लकड़ियां जलाई गईं। वह गर्म होता रहा और अंदर भाप बनती रही। आधे घंटे बाद लोगों ने देखा कि बाबा उस पात्र पर धक्का दे रहे थे। गड़बड़ होने के शक पर लोगों ने फौरन उस पात्र को उठाया और बाबा को बाहर निकाला। गर्म भाप से वह बुरी तरह जल गए थे, जिसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा।

घटना के बारे में स्थानीय मीडिया को लिम के सबसे छोटे बेटे कांग हुआई (32) ने बताया कि उनके पिता दस सालों से भी ज्यादा वक्त से ऐसा कर रहे थे। उस प्रक्रिया के दौरान उनके अलावा चावल, मक्का और सब्जियां भी अंदर रखी जाती थीं। चीन में जब द फेडरेशन ऑफ टाओइस्ट एसोससिएशन ऑफ मलेशिया के अध्यक्ष तान होए च्येऊ से जब इस बारे में स्थानीय मीडिया ने पूछा, तो उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रथा टाओइस का हिस्सा नहीं है। यह प्रथा कम ही देखी जाती है और मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा कि इसे करने से पहले क्या तैयारी करनी चाहिए।

(चेतावनी: ग्राफिक कंटेंट)