बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको (Belarusian President Alexander Lukashenko) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मुलाकात की। लेकिन इस मुलाकात के तुरंत बाद ही बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको को मॉस्को के एक अस्पताल में ले जाया गया। बेलारूसी राष्ट्रपति को गंभीर हालत में मॉस्को के Central Clinical Hospital में भर्ती कराया गया। यह जानकारी बेलारूस के विपक्षी नेता ने दी।

बेलारूस में 2020 के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वालेरी सेपकालो (Belarus 2020 presidential candidate Valery Tsepkalo) ने शनिवार के टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि उनकी टीम ने जो जानकारी प्राप्त की है, उसके अनुसार राष्ट्रपति की हालत गंभीर है।

Tsepkalo ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा, “हमारे पास जो जानकारी है, उसके अनुसार अतिरिक्त पुष्टि की आवश्यकता है कि बंद दरवाजों के पीछे पुतिन के साथ बैठक के बाद लुकाशेंको को तत्काल मॉस्को के ​​​​अस्पताल ले जाया गया, जहां वह वर्तमान में भर्ती हैं। रूस के शीर्ष डॉक्टर लुकाशेंको का इलाज कर रहे हैं लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। लुकाशेंको के खून को साफ करने की प्रक्रिया चल रही है।”

वहीं Tsepkalo ने आगे कहा कि बेलारूसी राष्ट्रपति को बचाने का प्रयास केवल इस उद्देश्य से किया जा रहा है ताकि किसी को कोई शक न हो। उन्होंने राष्ट्रपति को जहर देने की संभावना जताई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लुकाशेंकों काफी समय से बीमार भी चल रहे थे। मई की शुरुआत में एक मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा था कि वह एडेनोवायरस, सामान्य कोल्ड वायरस, से पीड़ित हैं। बाद में उन्होंने यह कहते हुए अफवाहों को खारिज कर दिया कि मैं मरने वाला नहीं हूं दोस्तों! आपको आने वाले लंबे समय तक मेरे साथ संघर्ष करना होगा।

कुछ दिन पहले ही उन्होंने परमाणु हथियारों को लेकर बड़ा बयान दिया था। लुकाशेंको ने एक रूसी मीडिया चैनल के साथ इंटरव्यू में कहा था कि जो देश यूनियन स्टेट बेलारूस और रूस के साथ आते हैं तो उन्हें परमाणु हथियार दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी दावा किया था कि रूस से उसे कुछ रणनीतिक रूप से अहम परमाणु हथियारों का ट्रांसफर शुरू हो गया है और इस संबंध में दोनों देशों में एक समझौता भी हुआ है।