बांग्लादेश में लगभग 170 मिलियन लोग रविवार को 12वें राष्ट्रीय आम चुनाव के दौरान 299 सांसदों को चुनने के लिए मतदान करेंगे। पीएम शेख हसीना के इस्तीफा देकर एक कार्यवाहक सरकार के नेतृत्व में चुनाव कराने की पूर्व प्रधान मंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की मांग को अस्वीकार कर देने पर उन्होंने चुनाव का बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। देश के चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार के चुनावों के लिए 42,000 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 119.6 मिलियन पंजीकृत मतदाता वोट डाल सकेंगे। लगभग 120 मिलियन पात्र मतदाताओं में से लगभग आधी महिलाएं हैं, जबकि पहली बार वोट देने वालों की संख्या लगभग 15 मिलियन है।

मुख्य विपक्षी दल की अनुपस्थिति में लगातार चौथा कार्यकाल जीतने की उम्मीद

अल जज़ीरा ने बताया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को मुख्य विपक्षी बीएनपी की अनुपस्थिति में लगातार चौथा कार्यकाल जीतने की उम्मीद है। बीएनपी ने शनिवार को हिंसा और प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के बीच “अवैध सरकार” के खिलाफ 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल शुरू कर दी। प्रधानमंत्री हसीना ने स्थानीय समयानुसार आठ बजकर तीन मिनट पर ढाका सिटी कॉलेज मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। इस दौरान उनकी बेटी साइमा वाजिद भी उनके साथ थीं। वोट डालने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा भारत बांग्लादेश का सबसे अच्छा दोस्त है। इस दौरान उन्होंने भारत की तारीफों के पुल बांधें। उन्होंने कहा, ”आपका बहुत स्वागत है। हम बहुत भाग्यशाली हैं…भारत हमारा भरोसेमंद दोस्त है।’ हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान, उन्होंने हमारा समर्थन किया…1975 के बाद, जब हमने अपना पूरा परिवार खो दिया…उन्होंने हमें आश्रय दिया। इसलिए भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं।”

खालिदा भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद घर में नजरबंद हैं

मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। पीएम शेख हसीना (76) वर्ष 2009 से सत्ता में हैं और उनकी पार्टी आवामी लीग ने दिसंबर 2018 में पिछला चुनाव भी जीता था। बीएनपी ने 2014 के चुनाव का बहिष्कार किया था लेकिन 2018 के चुनाव में भाग लिया था। खालिदा भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद घर में नजरबंद हैं। जो 27 राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं उनमें विपक्षी जातीय पार्टी भी शामिल है। बाकी सत्तारूढ़ अवामी लीग की अगुवाई वाले गठबंधन के सदस्य हैं जिसे विशेषज्ञों ने ‘‘चुनावी गुट’’ का घटक सदस्य बताया है।

बीएनपी ने शनिवार से 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। मुख्य विपक्षी दल ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए छह जनवरी को सुबह छह बजे से आठ जनवरी सुबह छह बजे तक 48 घंटे की देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है। पार्टी का दावा है कि मौजूदा सरकार के रहते कोई भी चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय नहीं होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने 27 दिसंबर को चुनाव आयोग (EC) को आम चुनाव कराने की मंजूरी दे दी थी। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने पूरे बांग्लादेश में निजी अस्पतालों और क्लीनिकों को स्वास्थ्य सेवाओं को चालू रखने और शनिवार से बुधवार तक आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।