इस सप्ताह आयोजित होने वाले परमाणु सुरक्षा सम्मेलन से पहले ओबामा प्रशासन ने पाकिस्तान द्वारा युद्धक परमाणु हथियारों की लगातार तैनाती किए जाने पर चिंता जाहिर की है और कहा है कि इससे परमाणु खतरे बढ़ते हैं। हथियार नियंत्रण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की विदेश उपमंत्री रोज गोटेमोलर ने कहा, ‘‘पाकिस्तान द्वारा युद्धक परमाणु हथियारों को लगातार तैनात किए जाने से जुड़ी हमारी चिंताएं स्थिति की वास्तविकता से संबंधित है। जब युद्ध क्षेत्र में परमाणु हथियारों को आगे तैनात किया जाता है, तब ये परमाणु सुरक्षा पर बढ़े हुए खतरे को रेखांकित कर सकते हैं।’’
रोज ने मंगलवार (29 मार्च) संवाददाता सम्मेलन में विदेशी पत्रकारों को बताया, ‘‘अग्रिम स्तर तैनात की गई हमारी प्रणालियों पर सकारात्मक नियंत्रण अधिक कठिन है। हमने शीतयुद्ध के दौरान यूरोप में खुद ही यह सबक लिया था। इसलिए मुझे लगता है कि यह स्थिति की एक वास्तविकता है।’’
रोज ने कहा, ‘‘यह किसी देश विशेष से संबंधित नहीं है। जहां भी युद्धक परमाणु हथियार मौजूद हैं, वे परमाणु सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं को रेखांकित करते हैं।’’ ओबामा प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने हाल ही में कांग्रेस की एक सुनवाई के दौरान अमेरिकी सांसदों के समक्ष ऐसी ही चिंताएं जाहिर की थीं। युद्धक परमाणु हथियार वे परमाणु हथियार हैं, जिन्हें सैन्य स्थितियों में युद्धक्षेत्र में इस्तेमाल करने के लिए डिजाइन किया जाता है। परमाणु सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी में 31 मार्च और एक अप्रैल को किया जा रहा है।