अमेरिका के 50 राज्यों में से करीब आधे राज्यों ने सीरिया के शरणार्थियों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं। रिपब्लिकन सांसदों ने पेरिस हमले के बाद सुरक्षा चिंताओं का हवाला देकर पुनर्वास कार्यक्रम को रोकने की गुजारिश की है। हालांकि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पलटवार करते हुए युद्धग्रस्त देश से भाग रहे शरणार्थियों की जांच उनके धर्म के आधार पर करने की मांग को शर्मनाक करार दिया। वर्ष 2016 में अमेरिका की धरती पर 10,000 सीरियाई नागरिकों के पुनर्वास कार्यक्रम को निलंबित करने के लिए ओबामा पर रिपब्लिकन की अगुवाई वाले करीब 22 राज्यों, राष्ट्रपति प्रत्याशियों, कांग्रेस के मुख्य सदस्यों और एक डेमोक्रेटिक गवर्नर का दबाव है। पेरिस हमले के एक हमलावर के शव के पास मिले सीरियाई पासपोर्ट ने यूरोप की इस बहस को जीवित कर दिया कि शरणार्थियों से निपटने के लिए किस प्रकार से सख्त रुख अपनाया जाए।

अमेरिका में राष्ट्रपति बनने की आस लगाए डोनाल्ड ट्रप, जेब बुश और मार्को रूबिओ सहित कई रिपब्लिकन उम्मीदवार सीधे तौर पर कह चुके हैं कि अमेरिका को सीरियाई शरणार्थियों को आने की इजाजत नहीं देनी चाहिए क्योंकि उनके साथ इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी भी आ सकते हैं। रिपब्लिकन शासित राज्यों के गवर्नरों ने भी खुद को सीरिया के लोगों के पुनर्वास की योजना को निलंबित करने की मांग से जोड़ लिया है।

दक्षिण के बड़े राज्य टैक्सास के गवर्नर ग्रेग एबट ने ओबामा को लिखे एक पत्र में कहा कि पेरिस पर हुए हमले को देखते हुए और जो खतरे हम पहले ही देख चुके हैं उसके मद्देनजर टेक्सास ऐसे किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा जिसका नतीजा सीरियाई शरणार्थियों को टेक्सास में पुनर्वास करना हो, जिनमें से किसी का भी संबंध आतंकवाद से हो सकता है।

मिसिसिपी के गवर्नर फिल ब्रयांट ने कहा, ‘मैं ओबामा प्रशासन की ओर से सीरियाई शरणार्थियों को मिसिसिपी में बसाने से रोकने के लिए मानवीय लिहाज से जो संभव होगा वह हर चीज करूंगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की स्वागत करने की ओबामा की नीति न केवल गलत सलाह पर आधारित है बल्कि खतरनाक भी है।