प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एशिया-प्रशांत में भारत-अमेरिका की मजबूत साझेदारी का आह्वान किए जाने के बाद अमेरिका के एक वरिष्ठ सीनेटर ने कहा है कि इस क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता काफी हद तक भारत पर निर्भर करेगी।
सीनेटर जॉन कोर्निन ने बुधवार (8 जून) को कहा, ‘एशिया प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता खास तौर पर भारत की सुरक्षा एवं स्थिरता पर निर्भर करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘सीनेट में हमारे पास बेहतरीन मौका है कि उस लक्ष्य की गारंटी की क्रम में हम भारत के अपने मित्रों के साथ मिलकर काम करें।’
टेक्सास से रिपब्लिकन सीनेटर ने कांग्रेस के संयुक्त सत्र को मोदी की ओर से संबोधित किए जाने को भारत-अमेरिका संबंधों में ‘ऐतिहासिक दिन’ करार दिया। कोर्निन ने कहा, ‘जब प्रधानमंत्री मोदी ने बोले तो उन्होंने अमेरिका के साथ संबंध को प्रगाढ़ बनाने एवं विस्तार देने सहित अपने देश के भविष्य के निए अपने दृष्टिकोण के बारे में बात की। यह प्रधानमंत्री का बहुत स्वागत योग्य बयान है।’
उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओबामा प्रशासन के सात या आठ वर्षों में हमारे कई मित्रों और साझेदारों ने उन मित्रताओं और गठबंधनों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को लेकर सवाल खड़े किए हैं।’ अमेरिकी सीनेटर ने कहा कि भारत ने किसी दूसरे देश के मुकाबला अमेरिका के साथ अधिक सैन्य अभ्यासों में हिस्सा लिया है और ‘उनके पास ठोस असैन्य परमाणु समझौता है जो महत्पपूर्ण सूचना एवं प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान की अनुमति देता है।’