भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के नाम एक और इतिहास दर्ज होने वाला है। वो अंतरिक्ष से ही अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने वाली है। सुनीता महीनों दिन से ज्यादा समय से अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं। सुनीता धरती की सतह से करीब 400 किमी की दूरी से मतदान प्रक्रिया में शामिल होंगी। इसके साथ ही सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष से मतदान देने वालों के लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करा लेंगी। हालांकि ये अंतरिक्ष से मतदान करने वाली सुनीता पहली अमेरिकी नहीं हैं।

इसी साल अगले महीने यानी नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए चुनाव होने हैं। इस चुनाव में ISS यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की कमांडर सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष से ही वोट देने के लिए तैयार हैं। वहीं स्पेस से वोट डालने वाले पहले अमेरिकी मतदाता डेविड वुल्फ हैं। उन्होंने 1997 में मतदान किया था। इसके बाद से हर चुनाव में कोई न कोई अंतरिक्ष यात्री वोट करता है। पिछले चुनाव में केट रुबिन्स ने यह उपलब्धि हासिल की थी।

फेडरल पोस्ट के जरिए पड़ेगा वोट

वहीं अंतरिक्ष से वोट डालने की प्रक्रिया की बात करें तो जिस प्रकार से विदेश में बैठा अमेरिकी नागरिक मतदान करता है। ऐसी ही मिलती जुलती प्रक्रिया से अंतरिक्ष से सुनीता विलियम्स मतदान करेंगी।  सुनीता को एब्सेंट बैलेट पहले हासिल करना होगा और फिर फेडरल पोस्ट कार्ड एप्लिकेशन पूरा करना होगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सुनीता ISS के कंप्यूटर के जरिए इलेक्ट्रॉनिक बैलेट फॉर्म भरेंगी। 

अमेरिका में राष्ट्रपति के लिए मतदान 5 नवंबर को होना है। इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उम्मीदवार हैं। जबकि डेमोक्रेटिक की ओर से उपराष्ट्रपति कमला हैरिस चुनावी मैदान में हैं। अमेरिका में चुनाव में नवंबर महीने के पहले मंगलवार को होता है।

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इस चुनाव कुल 538 सदस्यों के लिए मतदान होना है। जिसके बाद चुने गए सदस्य राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। यानी कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप में से किसी को भी 270 वोट प्राप्त करना है। जिसके बाद जो भी अमेरिका नया राष्ट्रपति चुना जाएगा उसे 20 जनवरी को शपथ दिलाई जाएगी।