Donald Trump Order Iron Dome: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक लगातार कई एग्जिक्यूटिव ऑर्डर जारी कर रहे हैं। शपथ लेने के तुरंत बाद उन्होंने अमेरिकी दक्षिणी बॉर्डर पर आपातकाल लगाने जैसे कई बड़े फैसले लिए थे। इसी बीच अब उन्होंने एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अमेरिका में आयरन डोम सिस्टम (Iron Dome System) की तरह अगली पीढ़ी की मिसाइल रक्षा प्रणाली का निर्माण करने का आदेश दिया है। इसका वादा उन्होंने चुनावों में किया था। इसके बाद वह अब इसे अमलीजामा पहनाना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आयरन डोम सिस्टम अमेरिका को बैलेस्टिक, हाइपरसोनिक, एंडवांस क्रूज मिसाइलों और अन्य हवाई हमलों से बचाएगा। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मियामी में रिपब्लिकन कांग्रेस की एक बैठक में कहा, ‘हमें अत्याधुनिक आयरन डोम मिसाइल रक्षा कवच का निर्माण तुरंत शुरू करने की जरूरत है।’ ट्रंप ने कहा कि इजरायल के पास में एक मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम है। उन पर आयरन डोम है। इजरायल पर 342 मिसाइलें दागी गई थीं, लेकिन डोम की वजह से कुछ ही केवल टारगेट तक पहुंच पाईं, बाकी नेस्तनाबुत हो गई।
हमारे देश के पास भी होना चाहिए आयरन डोम- डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देते हुए कहा कि बाकी देशों के पास में ऐसा सिस्टम क्यों नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यह हमारे पास में क्यों नहीं है। हम हमारे देश में एक ऐसा ही आयरन डोम सिस्टम बनाएंगे और यह तय करेंगे कि कोई भी हमारे देश की तरफ नजरें उठाकर नहीं देख सके और हमारे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा सके। ट्रंप ने कहा कि हम एक ऐसे आयरन डोन का निर्माण करेंगे जिसे पहले कभी भी किसी ने नहीं देखा होगा। इस मिसाइल सिस्टम को देश के अंदर ही तैयार किया जाएगा।
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर की बातचीत
आयरन डोम सिस्टम की खासियत?
अब आयरन डोम की खासियत की बात करें तो यह एक एयर डिफेंस सिस्टम है। इजरायली सेना की तरफ से दावा किया जाता है कि उसका यह सिस्टम दुश्मन की 90 फीसदी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराता है। इतना ही नहीं यह दुश्मन के ड्रोन को भी नेस्तनाबूद कर देता है। इस कंपनी का निर्माण राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने किया है। यह केवल दिन में ही नहीं बल्कि हर रात में भी दुश्मन देशों की मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है।
आयरन डोम के काम पर गौर करें तो यह एक ग्राउंड-टू-एयर डिफेंस सिस्टम है। यह रडार और तामिर इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस है। रडार दुश्मन मिसाइलों के बारे में बताता है और बताता है कि मिसाइल या रॉकेट कहां गिर सकता है और यह कितनी दूर है। इसके बाद इंटरसेप्टर मिसाइलें अपना काम शुरू कर देती हैं और हवा में ही दुश्मन के रॉकेट को मार गिराती हैं। आखिर भारतीयों को एयरपोर्ट से ही वापस क्यों भेज रहा अमेरिका? पढ़ें पूरी खबर…