अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्हें 288 इलेक्टॉरल वोट मिले। वहीं हिलेरी क्लिंटन 215 इलेक्टॉरल वोट पर ही ठहर गईं। जीत के लिए 270 इलेक्टोरल वोट चाहिए होते हैं। शुरुआती रुझानों में हिलेरी ने बढ़त बनाई थी लेकिन इसके बाद ट्रंप ने वापसी की। बाद में कुछ समय के लिए वे पिछड़े लेकिन फ्लोरिडा राज्य में जीत के साथ वे मजबूत हो गए। हिलेरी क्लिंटन को बड़ा झटका देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने स्विंग स्टेट्स में भी जीत दर्ज की। उन्हें ओहियो और फ्लोरिडा जैसे राज्यों में भी जीत मिली। सीएनएन के मुताबिक, हिलेरी को डेलावेयर, इलिनॉयस, मैरीलैन्ड, मैशासुचेटस, न्यू जर्सी, रोड आईजलैंड और कोलंबिया में जीत दर्ज की। डोनाल्ड ट्रंप के पाले में टेक्सास, लुइसियाना, नेब्रास्का, कंसास, व्योमिंग, उत्तरी और दक्षिणी डकोटा, केंटुकी, ओकोहामा, इंडियाना, नॉर्थ व साउथ कैरोलिना, इंडियाना और केन्टकी राज्य गए हैं।
राष्ट्रपति, सीनेट और कांग्रेस चुनावों के लिए मतदान में भारी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस चुनाव में लगभग 20 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें से तीन करोड़ 50 लाख से ज्यादा मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं। 6 जनवरी 2017 को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की घोषणा की जाएगी। 20 जनवरी 2017 से अमेरिका का अगला राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में कार्यभार संभालेगा।
यहां पाएं अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव नतीजे 2016 के लाइव अपडेट्स:
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भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को जीत की बधाई दी है और कहा है कि अब उनके साथ मिलकर वो नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे दोनों देशों के रिश्ते।
जीत सुनिश्चित होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि हिलेरी क्लिंटन ने उन्हें फोन करके जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें उनकी शानदार मुहिम पर बधाई देता हूं। देश पर उनका बहुत एहसान है।’ ट्रंप ने कहा, ‘‘हमारी प्रचार मुहिम नहीं बल्कि एक आंदोलन था। यह सभी जातियों, पृष्ठभूमियों एवं आस्थाओं का आंदोलन था। हम साथ मिलकर देश के पुनर्निर्माण का अत्यंत आवश्यक कार्य आरंभ करेंगे। देश में अपार संभावनाएं हैं।’
ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद अपने संबोधन में कहा है कि यह एकजुट जनता के तौर पर साथ आने का समय है। मैं हमारी सरजमीं के प्रत्येक नागरिक से वादा करता हूं कि मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति बनूंगा। ट्रंप ने प्रचार मुहिम मुख्यालय में अपने समर्थकों को संबोधित किया। ट्रंप ने अपनी चुनाव प्रचार मुहिम के मुख्यालय में अपने समर्थकों से कहा, ‘‘यह हम सब के लिए एकजुट जनता के रूप में साथ आने का समय है। मैं हमारी सरजमीं के हर नागरिक से वादा करता हूं कि मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति बनूंगा।’
डोनाल्ड ट्रंप को 289 इलेक्टोरल सीटों पर जीत मिल चुकी है। वहीं हिलेरी क्लिंटन को 218 सीटों पर जीत मिली है। राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 271 वोट ही चाहिए थे।
रिपब्लिकन पार्टी का अमेरिकी सीनेट पर भी कब्जा हो चुका है। रिपब्लिकन को सीनेट की 100 में से 51 सीटों पर जीत मिली है। इससे पहले रिपब्लिकन ने हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में भी बहुमत हासिल कर लिया था।
ट्रंप बोले- प्रचार खत्म अब काम शुरू
ट्रंप ने कहा- समय आ गया है हम सब एक होकर काम करें।
ट्रंप ने जीत के बाद परिवार को धन्यवाद कहा
देश को फिर से बनाने की दिशा में तुरंत काम करेंगे
हर देश से अच्छे संबंध बनाएंगे
मेरी जीत उनकी है जो अमेरिका से प्यार करते हैं।
हम लड़ाई नहीं प्यार चाहते हैं- ट्रंप
हम लोगों से दुश्मनी नहीं करना चाहते- ट्रंप
ट्रंप बोल- मैं हर अमेरिकी के लिए राष्ट्रपति हूं, देश को फिर से बनाने की दिशा में काम होगा
ट्रंप ने हिलेरी को कड़े मुकाबले के लिए धन्यवाद कहा।
जीत के बाद बोले डोनाल्ड ट्रंप- अमेरिका को विकास की राह पर ले जाएंगे
ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति होंगे।
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं।
हिलेरी क्लिंटन के पोल कैंपेनर ने समर्थकों को घर भेजा, कहा- आज हिलेरी बात नहीं करेंगी
सीएनएन के अनुमान के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप को अलास्का के तीन इलेक्टोरल वोट मिल जाएंगे। ट्रंप को अब तक 244 वोट मिल चुके हैं। अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनने के लिए चाहिए 270 वोट। उनकी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन को अब तक केवल 215 सीटें मिली हैं।
पेंसिलवेनिया में 28 साल बाद रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार जीता
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, पेंसिलवेनिया में डोनाल्ड ट्रंप जीते, इलेक्टॉरल वोट का आंकड़ा 264 पर पहुंचा
क्या पॉपुलर वोट लेने वाला उम्मीदवार भी हार सकता है:
अमेरिकी जनता सीधे राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं करती इसलिए जरूरी नहीं है कि ज्यादा लोकप्रिय वोट पाने वाला उम्मीदवार ही राष्ट्रपति बने। अगर किसी प्रत्याशी को किसी छोटे राज्य में जीत मिली है लेकिन बड़े राज्य में हार तो उसके मिलने वाले इलेक्टरों की संख्या कम हो जाएगी। इस तरह वो ज्यादा वोट पाने के बाद भी हार सकता है। मसलन, अगर कोई प्रत्याशी कैलिफोर्निया में चुनाव जीत जाता है तो उसे वहां के कुल 55 इलेक्टर मिल जाएंगे। अमेरिकी इतिहास में अभी तक केवल चार बार ऐसा हुआ है कि कम लोकप्रिय वोट पाने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति बना। सबसे ताजा मामला साल 2000 का है जब जॉर्ज बुश ने अल गोर को कम वोट मिलने के बावजूद हरा दिया था क्योंकि उनके पास ज्यादा इलेक्टर थे।