अमेरिका का आम चुनाव इस बार भारतीयों के लिए कुछ खास रहा क्योंकि अमेरिकी कांग्रेस के लिए निर्वाचित होने के लिए भारतीय मूल के पांच अमेरिकी तैयार हैं। भारतीय मूल की अमेरिकी महिलाओं ने 2016 के अमेरिकी चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। कैलिफोर्निया से दो बार अटॉर्नी जनरल रह चुकीं 51 वर्षीय कमला हैरिस ने राज्य से अमेरिकी सीनेट की सीट जीत कर इतिहास रच दिया है। वहीं 51 साल की प्रमिला जयपाल ने प्रतिनिधि सभा में प्रवेश के लिए सिएटल से कांग्रेस की सीट जीती है। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी महिला हैं।
रोहित ‘रो’ खन्ना और एमी बेरा कैलिफोर्निया में अपने-अपने जिलों से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की दौड़ में आगे चल रहे हैं। अब तक कैलिफोर्निया के सिलिकॉन वैली में 56 फीसद वोटों की गिनती हो चुकी है जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के बेरा अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी स्कॉट जोन्स से 54 फीसद वोटों के साथ आगे चल रहे हैं। जोन्स को 46 फीसद वोट मिले हैं। कैलिफोर्निया के 17वें जिले से डेमोक्रेटिक पार्टी के खन्ना 58 फीसद वोटों के साथ आगे चल रहे बाकी
हैं। इस जिले में 72 फीसद वोटों की गिनती हो चुकी है। उनके प्रतिद्वंद्वी माइक होंडा को अभी तक 42 फीसद वोट मिले हैं। होंडा भी डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं। प्राइमरी चुनाव में 40 वर्षीय खन्ना को होंडा से अधिक वोट मिले थे।
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कैलिफोर्निया चुनाव प्रणाली, प्राइमरी चुनावों के दो शीर्ष विजेताओं को आम चुनाव में खड़े होने की अनुमति देती है, भले ही वे एक पार्टी से क्यों न हों।
भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट राजा कृष्णमूर्ति ने एल्महर्स्ट से पूर्व मेयर एवं रिपब्लिकन पार्टी के पीटर डिसियान्नी को शिकस्त देकर इलिनोइस से अमेरिकी कांग्रेस का चुनाव जीत लिया। कृष्णमूर्ति (43) ने आठवें कांग्रेशनल डिस्ट्रिक्ट शिकागो क्षेत्र की अमेरिकी प्रतिनिधि सभा सीट के लिए जीत दर्ज की। इलिनोइस की अमेरिकी सीनेट सीट के लिए टैमी डकवर्थ के जीतने के कारण यह सीट खाली थी।दिल्ली में जन्मे कृष्णमूर्ति पेशे से एक प्रयोगशाला कार्यकारी हैं और उनकी जड़ें चेन्नई से जुड़ी हंै। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनका समर्थन किया था।