US Defense Secretary Pete Hegseth: अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की चैट लीक होने बड़ी खबर सामने आई है। CNN और Reuters ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि हेगसेथ ने अमेरिका के द्वारा यमन के ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों पर किए गए मिलिट्री ऑपरेशन की जानकारी एक प्राइवेट मैसेजिंग ग्रुप सिग्नल में शेयर की थी।
इस ग्रुप में उनकी पत्नी, उनके भाई और उनके निजी वकील भी शामिल थे। यह जानकारी सामने आने के बाद अमेरिका के राजनीतिक हलकों से भी लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। अमेरिका में सीनेट के नेता चक शूमर ने हेगसेथ को बर्खास्त किए जाने की मांग की है। इसे लेकर व्हाइट हाउस और पेंटागन ने अभी कोई बयान नहीं दिया है और ना ही हेगसेथ ने किसी तरह की टिप्पणी की है।
एयर स्ट्राइक के बारे में थी जानकारी
हेगसेथ के फोन से एक्सेस की गई चैट से पता चला है कि इस ग्रुप में एक दर्जन से ज्यादा लोग शामिल थे। सूत्रों ने CNN को बताया कि इस चैट में अमेरिका द्वारा हुती विद्रोहियों पर की जाने वाली एयर स्ट्राइक के बारे में अहम जानकारी थी। इसी तरह की जानकारी कैबिनेट अफसरों से जुड़े एक अन्य सिग्नल ग्रुप में भी शेयर की गई थी। इस मामले में भी अमेरिका का रक्षा विभाग जांच कर रहा है।
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Reuters ने एक सूत्र के हवाले से बताया है कि इस चैट में एयर स्ट्राइक कब-कब की जानी है, इसका भी पूरा शेड्यूल था और इस वजह से इस मामले की जांच को तेज कर दिया गया है।
पत्नी, भाई और वकील भी थे ग्रुप में शामिल
इस मैसेजिंग ग्रुप में फॉक्स न्यूज की पूर्व प्रोड्यूसर और हेगसेथ की पत्नी जेनिफर, उनके भाई फिल और उनके वकील टिम पारलाटोरे भी शामिल थे। सवाल यह है कि हेगसेथ की पत्नी जेनिफर इस ग्रुप में किस हैसियत से शामिल थीं जबकि रक्षा विभाग में उनके पास कोई आधिकारिक पद नहीं है।
पेंटागन की ओर से जारी की गई तस्वीरों से पता चलता है कि जेनिफर कुछ अहम बैठकों में शामिल हुई थीं और इन बैठकों में सेना के अफसर भी शामिल थे जबकि इसे लेकर उनके पास कोई सुरक्षा मंजूरी भी नहीं थी।
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पेंटागन के तीन अफसरों को कर दिया था बाहर
यह जानकारी ऐसे वक्त में आई है, जब पेंटागन में अच्छी खासी उथल-पुथल चल रही है। पिछले हफ्ते ही हेगसेथ ने पेंटागन के तीन बड़े अफसरों- शीर्फ सलाहकार डैन कैलडवेल, डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ डेरिन सेलनिक और डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस के चीफ ऑफ स्टाफ कॉलिन कैरोल को बाहर कर दिया गया था।
इसके अलावा चीफ ऑफ स्टाफ जो कैस्पर ने इस्तीफा दे दिया था लेकिन उन्हें फिर से नियुक्त किया जा सकता है। कैलडवेल, सेलनिक और कैरोल ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा था कि जिस ढंग से रक्षा विभाग में उनकी सेवाएं समाप्त की गई हैं, उससे वे बेहद निराश हैं। उन्होंने किसी भी लीक में शामिल होने से इनकार किया था।
यह मुद्दा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने भी एक चुनौती के रूप में सामने आया है।