US-China Trade War: अमेरिका और चीन के बीच में ट्रेड वॉर काफी तेज हो चुका है, दोनों ही देश एक दूसरे पर लगातार टैरिफ का ऐलान कर रहे हैं। इस वजह से आर्थिक मंदी की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है। अब इस बीच एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, बताया गया है कि चीन को 2 महीने पहले से ही पता था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनके देश पर भारी भरकम टैरिफ लगाने वाले हैं।
ट्रंप से बात करने से क्यों डरा था चीन?
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत करना चाहते थे, लेकिन चीनी अधिकारी इस बात के लिए तैयार नहीं हुए। ऐसा बताया जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति ट्रंप से सीधी बातचीत नहीं करना चाहते थे बल्कि अनऑफिशियल चैनल के जरिए किसी तरह के समझौते पर पहुंचाना चाहते थे।
ट्रंप की कंडीशन क्या थी?
कुछ जानकार अब मानते हैं कि चीन खुद को अमेरिका के सामने कमजोर नहीं दिखाना चाहता है, इसी वजह से राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुद डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात नहीं कर रहे हैं। अब इसी रवैये की वजह से ट्रंप ने भी वाशिंगटन में अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि पहले दोस्ती का हाथ चीन को ही बढ़ना पड़ेगा, ट्रंप तो यहां तक मानते हैं कि टैरिफ की यह लड़ाई जो इतनी आगे बढ़ चुकी है, इसमें सारी गलती चीन की ही है।
ड्रैगन ने किया 125 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान
चीन झुकने के मडू में नहीं
वैसे कहा जा रहा है कि अगर राष्ट्रपति शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप की फोन पर एक बातचीत हो जाती तो आज टैरिफ लगाने की होड़ इस तरह की नहीं दिखती। पूरी संभावना होती कि दूसरे देशों के साथ चीन को भी ट्रंप की तरफ से कुछ रियायत दी जाती। लेकिन अभी के लिए तो चीन झुकने के मूड में नहीं है। उसकी तरफ से ट्रंप के हर दांव का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका पर 145 फीसदी का टैरिफ लगा रखा है, दूसरी तरफ चीन ने भी कई जरूरी चीजों का निर्यात रोक दिया है, ऐसे में आने वाले दिनों में भी यह आर्थिक लड़ाई ऐसे ही जारी रहने वाली है।