राष्ट्रीय रक्षा रणनीति आयोग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले के दशकों की तुलना में आज अमेरिका की सुरक्षा और खुशहाली को बहुत अधिक खतरा है। रिपोर्ट में अमेरिका की श्रेष्ठता को चीन से मिल रही कड़ी चुनौती को रेखांकित करते हुये कहा गया है कि बीजिंग भारत और जापान जैसे अमेरिकी सहयोगियों पर ‘अनुचित’ प्रभाव का इस्तेमाल कर उन्हें धमका रहा है। राष्ट्रीय रक्षा रणनीति आयोग (एनडीएससी) की समीक्षा करने और उस संबंध में सिफारिशें करने के लिए संसद से अधिकार प्राप्त एक पैनल का कहना है कि प्रतिद्वंद्वी और दुश्मन अमेरिका को विभिन्न मोर्चों और विभिन्न क्षेत्रों में चुनौतियां दे रहे हैं।

यह रेखांकित करते हुए कि अपने सहयोगियों, साझेदारों और अपने हितों की रक्षा करने की अमेरिका की क्षमता बेहद संदेहास्पद है, रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि अमेरिका इन परिस्थितियों से निपटने के लिए तत्काल कोई कदम नहीं उठाता है तो इसके परिणाम बेहद गंभीर और दीर्घकालिक होंगे। एनडीएससी का कहना है कि अमेरिका की सैन्य श्रेष्ठता, जो दुनिया में उसकी ताकत का लोहा मनवाती है और राष्ट्रीय सुरक्षा, बेहद खतरनाक डिग्री तक खराब हुई है। वित्त वर्ष 2017 के लिए नेशनल डिफेंस आॅथराइजेशन एक्ट के तहत अमेरिका की राष्ट्रीय रक्षा रणनीति आयोग का गठन संसद की समिति ने किया है। इस समिति में दोनों दलों के राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल हैं। बारह सदस्यों वाले इस आयोग को अमेरिकी की मौजूदा राष्ट्रीय रक्षा नीति की समीक्षा करने का काम सौंपा गया है। आयोग को चीन और रूस के संबंध में भी नीतियों की समीक्षा करनी है। आयोग का कहना है कि यह देश क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को पलट कर वहां अपने प्रभाव का वातावरण बनाना चाहते हैं ताकि वे अपने पड़ोंसियों की आर्थिक, राजनयिक और सुरक्षा पसंद को बदल सकें। वे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर अपनी शक्ति और प्रभाव का प्रदर्शन करना चाहते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि खास तौर पर चीन द्वारा पेश की जा रही चुनौतियां चिंताजनक हैं। प्रवक्ता ने बताया कि फ्लैटों की सटीक मांग का निर्धारण करने के लिए पुलिस महानिदेशक एक मांग सर्वेक्षण करायेंगे। यह एक दिसंबर तक पूरा होगा। उन्होंने कहा कि पुलिसर्किमयों के लिए फिलहाल सीमित आवास सुविधाएं हैं। इस प्रस्ताव का उद्देश्य पुलिसर्किमयों के लिए अन्य सुविधाओं के साथ सस्ते आवास तैयार करना है।