संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने ईरान की ओर से परमाणु समझौते के कार्यान्वयन को ‘महत्वपूर्ण मील का पत्थर’ बताते हुए इसका स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजंसी (आइएइए) ने घोषणा की कि पिछले साल विश्व शक्तियों और ईरान के बीच हुए समझौते में ईरान ने जिन दायित्वों की प्रतिबद्धता जताई थी उसे पूरा किया। इसके बाद ईरान पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटा लिए गए।
बान ने कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो सभी पक्षों के अपनी सहमति वाली प्रतिबद्धताएं पूरी करने की दिशा में किए गए अच्छे प्रयासों का परिचायक है।’ उन्होंने जर्मनी और सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन तथा ईरान के बीच संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के तहत कार्यान्वयन के दिन की उपलब्धि का स्वागत किया।
बान ने दोनों पक्षों के ‘समर्पण और निश्चय’ दिखाने की सराहना करते हुए, आने वाले महीने और सालों में जेसीपीओए का कार्यान्वयन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। इस उपलब्धि से पता चलता है कि प्रसार संबंधी अंतरराष्ट्रीय चिंताओं से वार्ता और धैर्यपूर्ण कूटनीति के जरिए अच्छी तरह से ध्यान दिया जा सकता है। आइएइए के महानिदेशक युकिया अमानो ने एक बयान में कहा कि ‘कार्यान्वयन के दिन’ से समझौते के तहत ईरान की परमाणु संबंधी प्रतिबद्धताओं की पुष्टि और निगरानी करने का रास्ता साफ होता है।
