अमेरिका के अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात होने वाली है। इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली बैठक को लेकर ‘बड़े दांव’ की चेतावनी दी है। यह शिखर सम्मेलन यूरोपीय सुरक्षा को आकार दे सकता है और यूक्रेन में युद्ध की दिशा को प्रभावित कर सकता है। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने कीव में तीन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा के लिए एक स्टाफ मीटिंग बुलाई है, जिसमें युद्ध के मैदान की स्थिति से शुरुआत होगी।

जेलेंस्की ने क्या कहा?

जेलेंस्की ने कहा, “यह मोर्चा, विशेष रूप से पोक्रोवस्क सेक्टर, प्राथमिकता बना हुआ है। हम रूसी सेना के पैर जमाने के प्रयासों का मुकाबला कर रहे हैं और कब्जे वाले क्षेत्र पर अपनी इकाइयों का दबाव बढ़ा रहे हैं। हम सफल हो रहे हैं। रूसी सेना नुकसान उठा रही है। यूक्रेन इस योजना को समझता है और अपने सहयोगियों को जमीनी हकीकत से अवगत करा रहा है।”

अलास्का शिखर सम्मेलन को देखते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा कि उन्हें (अमेरिका) रूसी पक्ष के वर्तमान इरादों और बैठक की तैयारियों पर हमारी खुफिया एजेंसी से एक रिपोर्ट की उम्मीद है। बैठक का ज़िक्र करते हुए उन्होंने लिखा, “वाकई बहुत कुछ दांव पर लगा है। मुख्य बात यह है कि यह बैठक न्यायपूर्ण शांति की दिशा में एक वास्तविक रास्ता खोले और त्रिपक्षीय प्रारूप में नेताओं (यूक्रेन, अमेरिका और रूसी पक्ष) के बीच एक ठोस चर्चा हो।”

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यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने युद्ध को समाप्त करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “युद्ध समाप्त करने का समय आ गया है और रूस को आवश्यक कदम उठाने होंगे। हम अमेरिका पर भरोसा कर रहे हैं। हम हमेशा की तरह काम करने के लिए तैयार हैं।”

क्यों निराश है वेस्ट?

बता दें कि ट्रंप पुतिन की बैठक को एक संभावित मोड़ के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन जेलेंस्की को इसमें शामिल न किए जाने को लेकर वेस्ट निराश है। एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि संभावना है कि अमेरिका यूरोपीय शक्तियों के साथ मिलकर यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी दे सकता है लेकिन नाटो के रूप में नहीं। उन्होंने कहा कि शांति समझौते के तहत रूस को जमीन देने का फ़ैसला यूक्रेनियों को करना होगा। ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि वे सही फ़ैसला लेंगे। मैं यहां यूक्रेन के लिए बातचीत करने नहीं आया हूं। मैं उन्हें बातचीत की टेबल पर लाने आया हूं।”

इस शिखर सम्मेलन को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर बातचीत विफल रही तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने विफलता की 25% संभावना जताई, लेकिन सुझाव दिया कि एक सफल परिणाम ज़ेलेंस्की के साथ त्रिपक्षीय बैठक का रास्ता खोल सकता है। ट्रंप ने पहले फ़ॉक्स न्यूज रेडियो से कहा था, “दूसरी बैठक बहुत-बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है, क्योंकि यही वह बैठक होगी जहां वे एक (रूस और यूक्रेन) समझौता करेंगे।”