रूस में हुए हवाई हमले को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेनी सेना द्वारा F-16 का प्रयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि रूस द्वारा दागे गए ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने के लिए पश्चिमी देशों द्वारा आपूर्ति किए गए लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया है। जेलेंस्की ने अगस्त की शुरुआत में ही इस बात की घोषणा कर दी थी कि पश्चिमी देशों द्वारा दिए गए लड़ाकू विमानों की मिली पहली खेप मिल चुकी है। जिसका प्रयोग यूक्रेन ने रूस में हुए हवाई हमले के रूप में किया है।
यूक्रेन की राजधानी कीव में जेलेंस्की ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि रूस में हुए हवाई हमले को लेकर F-16 मिसाइलों का प्रयोग किया गया है। इससे ड्रोन और मिसाइल भी नष्ट की गई है। हालांकि इस दौरान ये भी जानकारी मिली है कि यूक्रेन का मानना है कि यूक्रेन को अभी और भी जेट विमानों की जरूरत है। मई में न्यूज एजेंसी एएफपी ने बताया था कि कीव को रूस की बराबरी के लिए कम से कम 120 विमानों की जरूरत है।
लड़ाकू विमान से रूस के खिलाफ मिली मदद
इस महीने की शुरुआत में ही जेलेंस्की ने ऐलान किया था कि यूक्रेनी पायलटों ने देश के भीतर F-16 लड़ाकू जेट विमान का संचालन शुरू कर दिया है। उस समय ही जेलेंस्की ने कहा था इस लड़ाकू विमान से रूस के खिलाफ युद्ध में बड़ी मदद मिलने वाली है। इसको लेकर जेलेंस्की ने अपना पायलटों का भी हौसला बढ़ाया।
पिछले दो सालों से एफ-16 की थी मांग
पिछले दो सालों से यूक्रेन पश्चिमी देशों से F-16 को लेकर अनुरोध कर रहा था। इसके लिए कीव में लंबे समय से मांग चल रही थी। दोनों देशों के बीच चल रहे इस युद्ध को 2 साल से अधिक का समय बीत चुका है। अभी भी दोनों तरफ से आए दिन हवाई हमले देखने को मिलते रहते हैं। फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। जिसके बाद से अभी तक ये युद्ध जारी है।