यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पश्चिमी देशों के रवैये से पुतिन बिफरे हुए हैं। रूस ने एक सेटेलाइट लॉन्च करने वाले रॉकेट से कुछ देशों के झंडे को हटा दिया। सोशल मीडिया पर रूस की तरफ से पोस्ट किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि जहां भारतीय ध्वज रॉकेट पर लगा हुआ है, तो वहीं यूएस, जापान, यूके के झंडे हटाए जा रहे हैं। कजाकिस्तान के बैकोनूर में रूसी लॉन्च पैड से रूसी अंतरिक्ष रॉकेट से ये झंडे हटा दिए गए हैं।

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने वीडियो शेयर किया है जिसमें अमेरिका, जापान व ब्रिटेन का झंडा रॉकेट से हटाने का काम कुछ लोग कर रहे हैं। दिमित्री रोगोजिन ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि बैकोनूर में हमारी टीम ने फैसला किया कि हमारा रॉकेट कुछ देशों के झंडे के बिना बेहतर दिखेगा। रोस्कोस्मोस रूसी स्पेस एजेंसी है। अमेरिका की नासा और भारत की इसरो की तरह से रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष में चलाए जाने वाले तमाम कार्यक्रमों की निगरानी करती है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक रोस्कोस्मोस को अपने रॉकेट से 4 मार्च को तीन दर्जन वनवेब इंटरनेट सेटेलाइट को लॉन्च करना था। लेकिन अब रूसी एजेंसी ने इनकार कर दिया है। वनवेब इंटरनेट ब्रिटिश कंपनी है। रूसी सोयुज रॉकेट के जरिए वनवेब शुक्रवार को 36 उपग्रहों को लॉन्च करनी जा रही थी। लेकिन रोस्कोस्मोस ने कहा कि अब ये प्रक्षेपण नहीं कराया जाएगा।

https://twitter.com/Rogozin/status/1499043075586469900?s=20&t=rHXMojow074lsrBhMLaGaw

दरअसल, रूस इन देशों से इस वजह से भी नाराज है क्योंकि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने यूक्रेन हमले के लिए रूस की अर्थव्यवस्था को निशाना बनाया है। अमेरिका ने रूस के विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। बाइडन ने यूक्रेन को एक बिलियन डॉलर देने की घोषणा की है। रूस में एक तरफ वहां यूक्रेन पर आक्रमण का विरोध हो रहा है तो दूसरी तरफ बैंक की शाखाओं के बाहर लंबी लाइनें लग रही हैं।

अमेरिका के साथ यूरोपीय यूनियन ने भी पुतिन पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। ब्रिटेन ने इंश्योरेंस को लेकर अपने नियम कड़े कर दिए हैं। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने रूसी स्पेस इंडस्ट्री की कंपनियों का ब्रिटेन में इंश्योरेंस नहीं होगा। ध्यान रहे कि वैश्विक स्तर पर ब्रिटेन में ये काम सबसे बड़े पैमाने पर है।