ब्रिटेन के मौजूदा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को आज दूसरी बार सत्ता की चाबी मिल सकती है। उनकी कंजरवेटिव पार्टी को इन चुनावों में बहुमत मिलता दिख रहा है। कैमरन ने देश के यूरोपीय संघ का सदस्य बने रहने के बारे में जनमत संग्रह कराने और स्कॉटलैंड एवं वेल्स को तत्काल शक्ति हस्तांतरण करने का वादा किया है।

उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैली में ‘फिर एक बार कैमरन सरकार’ के चुनावी नारे के साथ किए गए प्रचार को आज मूर्त रूप मिल सकता है। कंजरवेटिव पार्टी को अंतिम तौर पर 329 सांसद मिल सकते हैं जबकि 650 सदस्यों के हाउच्च्स आॅफ कॉमंस में बहुमत के लिए 326 सांसद ही चाहिए।

पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि विपक्षी लेबर पार्टी और कंजर्वेटिव के बीच इन चुनावों में कांटे की टक्कर होगी। लेकिन आधे परिणाम आने के बाद कंजर्वेटिव पार्टी को 329 और लेबर पार्टी को 233 सीटें मिलती दिख रही हैं। लेबर पार्टी ने एड मिलिबैंड को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था।


लगातार आ रहे परिणामों में लिबरल डेमोक्रेट्स को आठ, स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) को 56, वैल्श प्लाइड सिमरू को तीन, यूकेआईपी को दो, ग्रीन्स को एक और अन्य को 19 सीटें मिलती दिख रही हैं।

अब तक घोषित हुए चुनाव परिणामों में कंजरवेटिव ने 299, लेबर ने 222, एसएनपी ने 56, लिबरल डेमोक्रेट्स ने आठ, यूकेआईपी ने दो और अन्य ने 22 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है।

एक्जिट पोल ने कंजरवेटिव को 316 और लेबर को 239 सीटें मिलने का अनुमान जताया था।

मौजूदा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन :48: ने विटनी से सांसद का चुनाव जीतने के बाद अपने संबोधन में कहा वह ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में रहने या न रहने के संबंध में जनमत संग्रह पर आगे बढेंगे और कंजरवेटिव पार्टी की आर्थिक योजना को पूरा करेंगे।

कैमरन ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य स्पष्ट है कि हम ब्रिटेन में सबके लिए सुशासन के आधार पर शासन करेंगे।’’

वेस्टमिंस्टर में चुनाव प्रचार के दौरान स्कॉटिश राष्ट्रवाद की धमकी के प्रति सचेत किए जाने के बावजूद उन्होंने कहा कि अब इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच विभाजन को दुरूस्त करने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि सब बातों से उच्च्पर ,वह अपने देश ब्रिटेन को एकजुट करेंगे और वेल्स एवं स्कॉटलैंड को जल्दी से जल्दी शक्तियों का हस्तांतरण करेंगे।

लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मिलिबैंड भी डॉनकास्टर नॉर्थ से चुनाव जीत गए हैं। चुनाव परिणामों में लिबरल डेमोक्रेट्स को सबसे ज्यादा नुकसान होता दिखाई दे रहा है। 2010 में उसने 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी और अब तक उसे 39 सीटों का नुकसान हो चुका है।