टेक्नोलॉजी की बदौलत एक और सोच साकार होने जा रही है। यूएई एक बड़े प्रोजेक्ट को जमीन पर नहीं बल्कि पानी में उतारने की तैयारी कर रहा है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इससे भारत को भी फायदा होगा। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही मुम्बई से दुबई के बीच ट्रेन चलाई जा सकती है। वो भी पानी के अंदर। इसकी जानकारी दुबई के खलीज टाइम्स के जरिए सामने आई है।

खलीज टाइम्स के अनुसार, अडवाइजर ब्यूरो लिमिटेड के एमडी अब्दुल्ला अलशेही ने अबुधाबी में यूएई-इंडिया कॉनक्लेव के दौरान इस बड़े प्रोजेक्ट का खुलासा किया। अलशेही ने बताया कि, ‘अंडरवाटर नेटवर्क न सिर्फ यूएई बल्कि भारत के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। इस प्रोजेक्ट के आने से दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ेगा। दुबई के फुजैराह पोर्ट से तेल और मुम्बई की नर्मदा नदी से पानी का आयात निर्यात काफी बढ़ जाएगा। दोनों देशों के बीच बनने वाले इस नेटवर्क की दूरी 2,000 किलोमीटर से भी कम होगी। फिलहाल इसे पूरा कराने के लिए कई चरणों को पार करना होगा’।

बता दें, यूएई के अलावा कई अन्य देश भी पानी के अंदर ट्रेन चलाने की योजना बना रहे हैं। इसमें भारत भी शामिल है। मुम्बई से अहमदाबाद तक 2022 तक अंडर वाटर ट्रेन चलाई जा सकती है। वहीं, चाइना भी कनाडा, रूस और अमेरिका तक अंडरवाटर नेटवर्क बनाने का प्लान कर रहा है।

वहीं, भारत में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन की महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधान मंत्री शिन्जो आबे के साथ पिछले साल सितंबर में नींव रखी थी। यह ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी और 12 स्टेशनों पर रुकेगी। वर्तमान में दोनों शहरों के बीच ट्रेन से यात्रा करने पर लगभग 7 घंटे लगते हैं। बुलेट ट्रेन के शुरू होने पर दोनों शहर के बीच के सफर में करीब 5 घंटे कम लगेंगे।