यूं तो चीन ने ट्विटर पर प्रतिबंध लगा रखा है लेकिन अफवाहें फैलाकर भारत पर दबाव बनाने के लिए शी जिनपिंग की PLA सोशल मीडिया कंपनी का सहारा ले रही है। भारतीय सीमा पर तैनात चीनी सैनिकों की तरफ से वीडियो लगातार ट्विटर पर जारी किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो के सामने आने के बाद भारतीय सेना के अधिकारियों ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

NEWS 18 की खबर के मुताबिक मोदी सरकार का कहना है कि चीन की तरफ से उनके सैनिकों के वीडियो ट्विटर पर बड़ी मात्रा में पोस्ट किए गए थे। इस समय सोशल मीडिया में कई वेरिफाई और अनवेरीफाई अकाउंट से भारतीय सीमा पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन ऑर्मी के सैनिकों के वीडियो और तस्वीर जारी किए गए हैं। भारतीय अधिकारी इन वीडियो की निगरानी कर रहे हैं। सीमाओं में तैनात सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सरकार का कहना है कि LAC पर भारतीय सेना को पूरी तरह से चाकचौबंद कर दिया गया है। कमांड को कहा गया है कि हर समय चौकसी बरती जाए। चीन की सेना धोखेबाजी में माहिर है। लिहाजा एहतियात जरूरी है।

ध्यान रहे कि लद्दाख में बीते साल झड़प के बाद से ही चीन व भारत के बीच तनाव बना हुआ है। चीन के साथ सीमा पर तनाव कम करने के लिए सैन्य और राजनीतिक दोनों स्तर पर कई बार बात हुई है। भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर पर करीब 13 चरण की बात हुई, लेकिन किसी भी बात का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। पेंटागन की रिपोर्ट के बाद भारत में राजनीतिक माहौल भी सरगर्म है। विपक्षी दल सरकार पर लगातार हमलावर हैं। पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीनी सेना ने भारत के क्षेत्र में घुसपैठ की है। इसके बाद लगातार माहौल सरगर्म है।

उधर, चीन पिछले कुछ वक्त से तिब्बत में बड़े पैमाने पर अभ्यास में जुटा है। कुछ दिन पहले अमेरिका की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में करीब 100 घरों का एक गांव बसाया हुआ है। अब चीन भारत को धमकाने के लिए ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर रहा है। बीते दिन AIMIM के ओवैसी ने भी ऐसा ही वीडियो जारी करके सरकार पर निशाना साधा था। बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भी चीन के मसले पर सरकार की खिंचाई लगातार करते आ रहे हैं।