Donald Trump Tariff: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपना टैरिफ गेम शुरू कर दिया है। उन्होंने जापान और साउथ कोरिया पर 25 फीसदी का टैक्स लगा दिया है। इसका औपचारिक ऐलान कर दिया गया है। 1 अगस्त से यह बढ़ा हुआ टैरिफ लागू हो जाएगा। बड़ी बात यह है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों ही देशों के प्रधानमंत्री को एक चिट्ठी भी लिखी है। उस चिट्ठी में एक चेतावनी दी गई है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने दिया जापान को झटका

राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि अगर किसी भी कारण से आप अपनी तरफ से भी टैरिफ बढ़ाने की कोशिश करते हैं, आप जितना भी टैरिफ बढ़ाएंगे, मानकर चलिए उतना ही हम इस 25 फीसदी के ऊपर और जोड़ देंगे। अब यह एक तरह की चेतावनी ट्रंप की तरफ जापान और दक्षिण कोरिया को दे दी गई है। वैसे राष्ट्रपति ट्रंप ने कई दिन पहले ही साफ कर दिया था कि वे सोमवार को कई देशों को नए टैरिफ वाली चिट्ठी भेजने वाले हैं।

भारत को मिलेगी राहत?

ऐसी खबर है कि राष्ट्रपति ट्रंप से भारत को भी टैरिफ वाली चिट्ठी मिल सकती है। लेकिन वो टैरिफ पिछले 26 फीसदी से कम हो सकता है, भारत और अमेरिका में ट्रेड डील को लेकर बात चल रही है, वो बातचीत भी फाइनल स्टेज में है। ऐसे में भारत कुछ राहत की उम्मीद कर सकता है। वैसे भारत के पास भी 9 जुलाई तक का वक्त है, उसके बाद नया टैरिफ लागू हो जाएगा।

क्या वाकई डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरे देशों पर लगाया Reciprocal Tariff?

Reciprocal Tariffs का मतलब क्या?

Reciprocal Tariffs का सीधा मतलब होता है कि कोई देश अगर आप के सामान पर 10 फीसदी टैक्स लगा रहा है, तो आप भी उसके देश पर उतना ही टैक्स लगा देंगे। इस समान टैक्स प्रक्रिया को ही बिजनेस की भाषा में रेसिप्रोकल टैरिफ कहते हैं। इसे एक उदाहरण से भी समझ सकते हैं। मान लीजिए कि अमेरिका, भारत से आने वाले सामान पर सिर्फ 10 फीसदी टैरिफ लगाता है, लेकिन जब अमेरिका कोई सामान भारत को भेजता है तो हिंदुस्तान उस पर 70 फीसदी टैक्स लगा देता है।

यह जो भेदभाव है, इसी बात से डोनाल्ड ट्रंप नाराज हैं। वे चाहते हैं कि टैक्स के मामले में भी समानता आनी चाहिए, पूरी प्रक्रिया परदर्शी बनी रहनी चाहिए। अब ट्रंप की थ्योरी कहती है कि अगर भारत अमेरिका के सामान पर 70 फीसदी टैक्स लगाएगा तो उस स्थिति में अमेरिका भी भारत के सामान पर 70 फीसदी टैक्स ही लगा देगा।

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