राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और टैरिफ बॉम्ब फोड़ते हुए एलान किया है कि एक अक्टूबर से सभी विदेशी फार्मास्युटिकल दवाओं पर 100% टैरिफ लगेगा। इसके अलावा किचेन कैबिनेट और भारी ट्रक्स पर भी भारी शुल्क लगेगा। इस फैसले के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप ने विस्तार से बताया है।
वे कहते हैं कि इस साल एक अक्टूबर से हम सभी ब्रान्डेंड या फिर विदेशी फार्मास्युटिकल दवाओं पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने जा रहे हैं, सिर्फ उस स्थिति में टैरिफ नहीं लगेगा अगर वो कंपनी अपनी दवाओं का निर्माण अमेरिका में कर रही है। इसके अलावा ट्रंप के मुताबिक बाथरूम वैनिटी पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगेगा और गद्दी वाले फर्नीचर पर भी 30 फीसदी टैरिफ होगा। एक अक्टूबर से ही भारी ड्यूटी ट्रक भी टैरिफ के दायरे में आएंगे, इससे स्थानीय व्यापारियों को बाहरी कॉम्पटीशन से बचाया जाएगा।
राष्ट्रपति ट्रंप तर्क दे रहे हैं कि इन प्रोडेक्ट्स पर टैरिफ इसलिए लगाना पड़ रहा है क्योंकि अमेरिकी बाजार में ऐसे बाहरी सामान की बाढ़ आ चुकी थी, ऐसे में इसे कंट्रोल करने के लिए ये सारे टैरिफ लगाए गए। वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ नीति के जरिए अमेरिकी व्यापारियों को सुरक्षित करने की कोशिश की हो। जब से उन्होंने दूसरी बार सत्ता संभाली है, अमेरिकी फर्स्ट के नाम पर उन्होंने कई देशों पर टैरिफ लगाए हैं। भारत के साथ भी उनकी तनातनी चल रही है, ट्रेड डील भी फाइनल नहीं हो पाई है।
वैसे राष्ट्रपति ट्रंप के इस फैसले का भी विरोध होने लगा है। यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा है कि ट्रक पर लगने वाले टैरिफ अभी लागू नहीं होने चाहिए, उनका सबसे ज्यादा इंपोर्ट मेक्सिको, कनाडा, जापान, जर्मनी, फिनलैंड से होता है, ये सभी देश अमेरिका के करीबी मित्र हैं।
ये भी पढ़ें- भारत कैसे दे रहा अमेरिका को करारा जवाब?