एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक ने कहा है कि आतंकवादियों को गिरफ्तार करने, उनके प्रशिक्षण शिविर बंद करने सहित अन्य अहम कदम उठाना पाकिस्तान पर निर्भर है ताकि तनाव दूर हो सके क्योंकि भारत 18 सैनिकों की जान लेने वाले उरी आतंकी हमले का जवाब देने के विकल्पों पर विचार कर रहा है।

‘‘द हैरिटेज फाउंडेशन’’ की लीजा कर्टिस ने कल कहा ‘‘तनाव तत्काल दूर करने के लिए गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। आतंकी नेताओं की गिरफ्तारी, उनके प्रशिक्षण शिविर बंद करने जैसे ठोस कदम ही भारत :और पूरी दुनिया: को यह समझा पाएंगे कि इस्लामाबाद अपने पड़ोसियों के खिलाफ आतंकी हमलों के लिए अपने भूभाग का इस्तेमाल किए जाने से रोकने के लिए पूरी तरह गंभीर है।’

कर्टिस ने चेतावनी दी कि भारत की ओर से अगर सैन्य प्रतिक्रिया हुई तो पाकिस्तानी भूभाग में मौजूद आतंकवाद के प्रशिक्षण शिविर निशाना बन सकते है लेकिन ऐसे हमलों से सैन्य जमावड़ा बढ़ेगा और युद्ध जैसे हालात बनेंगे। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि उसे एक उभरती और जिम्मेदार वैश्विक शक्ति के तौर पर देखा जाए और ऐसे में क्षेत्र को भारत पाकिस्तान के बीच टकराव की ओर बढ़ाने की अनुमति देने के परिणामों के बारे में उसे सोचना होगा।