Taliban Women Education: अफगानिस्तान (Afghanistan) की तालिबान (Taliban) सरकार ने अफगान लड़कियों के लिए यूनिवर्सिटी शिक्षा पर अनिश्चितकालीन बैन लगा दिया। दुनियाभर में इस फैसले के विरोध में उठी आवाजों के बीच तालिबान के शिक्षा मंत्री का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने देश में महिलाओं की उच्च शिक्षा लेने पर रोक क्यों लगाई है। शिक्षा मंत्री निदा मोहम्मद नदीम का मानना है कि विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जा रहे कुछ विषय इस्लाम के सिद्धातों के खिलाफ हैं इसलिए बैन लगाया गया है।

अफगानिस्तान के विश्वविद्यालयों में महिलाओं के लिए बैन ( Afghan Women Banned From Universities)

तालिबान के उच्च शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान के विश्वविद्यालयों में महिलाओं के लिए बैन इसलिए लगाया गया क्योंकि लड़कियां सही ड्रेस कोड और तमाम निर्देशों का पालन नहीं कर रही थीं। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, तालिबान उच्च शिक्षा प्रमुख ने कहा कि महिलाओं का पुरुषों से मेलजोल रोकने के लिए उन्हें विश्वविद्यालयों में प्रतिबंधित किया गया। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम इस्लामी मूल्यों का उल्लंघन कर रहे थे।

Afghanistan: महिलाओं ने की इस्लामिक निर्देशों की अनदेखी

तालिबान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री मोहम्मद नदीम ने कहा कि महिला छात्रों ने इस्लामिक निर्देशों की अनदेखी की थी। नदीम ने राज्य टेलीविजन पर एक साक्षात्कार में कहा, “दुर्भाग्य से 14 महीने बीत जाने के बाद, महिलाओं की शिक्षा के संबंध में इस्लामी अमीरात के उच्च शिक्षा मंत्रालय के निर्देशों को लागू नहीं किया गया। वे ऐसे कपड़े पहन रही थीं जैसे वे किसी शादी में जा रही हों। जो लड़कियां घर से यूनिवर्सिटी आ रही थीं वे भी हिजाब के निर्देशों का पालन नहीं कर रही थीं।”

Taliban के फैसले के खिलाफ महिलाओं का विरोध प्रदर्शन

नदीम ने यह भी कहा कि विज्ञान के कुछ विषय महिलाओं के लिए उपयुक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग, कृषि और कुछ अन्य पाठ्यक्रम महिला छात्रों की गरिमा और सम्मान और अफगान संस्कृति से भी मेल नहीं खाते हैं। वहीं, दूसरी ओर विश्वविद्यालयों में महिलाओं पर रोक लगाने के बाद से ही अफगानिस्तान की महिलाओं के एक छोटे ग्रुप ने गुरुवार को काबुल में तालिबान के आदेश के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करते हुए कुछ महिलाओं को गिरफ्तार भी किया गया है।