ताइवान ने चीन पर अपने नौ नागरिक अगवा करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि सायबर क्राइम से जुड़े एक केस में केन्या में रिहाई के बाद इनको अगवा किया गया। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन्हें जबरदस्ती चीन जाने वाले विमान में बिठा दिया गया। ताइवान की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक प्रॉग्रेसिव पार्टी ने चीन से मांग की है कि वह ताइवानी नागरिकों को वापस करे और उनके कानूनी अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे।
चीन और ताइवान में पुरानी तनातनी है। चीन उसे अपने अलग हुए प्रांत के तौर पर देखता है और अपने में मिलाना चाहता है। ताइवान खुद को स्वतंत्र देश मानता है। 1949 में इस मामले को लेकर गृह युद्ध भी छिड़ गया था। ताइवान को चीन के साथ राजनयिक संबंध रखने वाले केवल 22 देशों की मान्यता मिली हुई है। इनमें केन्या भी एक है।