सीरियाई सैनिकों ने रविवार (27 मार्च) को प्राचीन शहर पालमायरा को फिर से अपने कब्जे में ले लिया। यह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ बड़ी कामयाबी है। सेना ने कहा कि सरकार समर्थक बलों ने पालमायरा को आईएस के लड़ाकों से मुक्त करा लिया है। शस्त्र बल ने एक बयान में कहा, ‘‘डायर एजोर और राका जैसे प्रमुख शहरों में दायेश के खिलाफ बड़े अभियान के लिए पालमायरा केंद्र होगा।’’ राका आईएस का मुख्य ठिकाना है तथा डायर अजोर शहर उसका दूसरा प्रमुख गढ़ माना जाता है। सेना के लोग अब इस शहर में आईएस की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंगों और लगाये गये बमों को निष्क्रिय करने के काम में जुटे हैं। आईएस के कब्जे में जाने के बाद से यूनेस्को की ऐतिहासिक धरोहरों वाली सूची में शामिल इस शहर को बहुत नुकसान पहुंचा है।

सीरियाई सेना के एक सूत्र ने एएफपी को बताया, ‘‘रात के समय भीषण संघर्ष के बाद पालमायरा अब पूरी तरह से सेना के नियंत्रण में है। ऐतिहासिक स्थलों वाला क्षेत्र और आवासीय इलाके दोनों सेना के नियंत्रण में हैं।’’आईएस के लड़ाके शहर से बाहर भाग गए हैं और सुखनाह और डायर एजोर कस्बों की ओर पहुंच रहे हैं।

आईएस ने मई, 2015 में पालमायरा पर कब्जा कर लिया था। कब्जा करने के बाद से उसने शहर के दो स्थलों को उड़ा दिया था। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि पालमायरा के लिए संघर्ष में आईएस के कम से कम 400 लड़ाके मारे गए हैं। पालमायरा को फिर से नियंत्रण में लेने में रूसी सुरक्षा बलों ने सीरियाई सैनिकों को पूरी मदद की है