स्वीडन की राजधानी स्टोकहोम से 60 किलोमीटर दूर बसे स्त्रैंगनेस के सबसे बड़े गिरिजाघर में दो बदमाशों ने डाका डाला और झील के रास्ते 17वीं शताब्दी की अमूल्य चीजें ले भागे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैथेड्रल में ये चीजें प्रदर्शनी में भारी सुरक्षा के बीच रखी गई थीं। बदमाशों ने जिन चीजों पर हाथ साफ किया, उनमें राजा और रानी की शाही पहचान के लिए उनके ताबूत पर सजाए गए शाही मुकुट शामिल हैं। 9वें राजा कार्ल के अंतिम संस्कार के लिए राजचिन्ह के तौर पर बनाया गया सोने का मुकुट और एक गोला सन 1611 के थे और रानी क्रिस्टीना के अंतिम संस्कार के लिए बतौर राजचिन्ह तैयार किया गया जवाहरात जड़ित मुकुट सन 1625 का बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते मंगलवार (31 जुलाई) को बदमाशों ने जिस वक्त इन अमूल्य चीजों पर हाथ साफ किया उस वक्त गिरिजाघर में कई लोग मौजूद थे। पुलिस को चोरी की साइकिलें मिली हैं जिनसे चोर आए थे।

चोरी के वक्त अलार्म बंद हो गया था। चोरों ने सुरक्षा कांच तोड़कर कलाकृतियों को चुराया। स्त्रैंगनेस कैथेड्रल की तरफ से कहा गया है कि चोरी हुई कलाकृतियों के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर अलार्म वाले डिस्प्ले में रखा गया था। पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ के लिए एक हेलिकॉप्टर और एक नाव लगाई लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा। अधिकारियों के मुताबिक इस डकैटी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

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बदमाशों ने वारदात को अंजाम देने के लिए चोरी की दो काली साइकिलों का इस्तेमाल किया था, जिनमें टोकरियां लगी हुई थीं। पुलिस का कहना है कि चोर आगे जाकर जेट स्कीज से भागे होंगे। चोरी की गईं कलाकृतियों का ऐतिहासिक और सांस्कृकित महत्व है। पुलिस ने संदेह जताया है कि शायद ही चोरी के सामान बदमाशों को आर्थिक लाभ दे सकें क्योंकि विशिष्टता और उच्च दृश्यता के कारण चोरी की इन चीजों बेचना असंभव है।