रेलवे स्टेशन पर सिर्फ लाइट जलाने और बुझाने के लिए नौकरी निकाली गई है। खास बात है कि इस काम के लिए प्रति माह 1.6 लाख रुपए सैलरी दी जाएगी। कर्मचारी को इतनी रकम सिर्फ फ्लोरोसेंट लाइट ऑन करने और शिफ्ट खत्म होने पर उसे ऑफ करने के लिए मिलेगी। रोचक बात है कि यह काम कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर नहीं होगा, बल्कि यह एक स्थाई नौकरी होगी। साथ ही कर्मचारी को आगे पेंशन भी मिलेगी।

यह अनोखा मामला स्वीडन का है। दरअसल, वहां गोथेनबर्ग शहर में दो नए स्टेशनों की डिजाइन के लिए पब्लिक आर्ट एजेंसी (सरकार समर्थित) ने प्रतियोगिता कराई थी। कलाकार साइमन गोल्डिन और जैकब सेनेबी ने इस प्रतियोगिता को अपने नाम किया था, जिसके बाद स्वीडिश सरकार ने तकरीबन 4.50 करोड़ रुपए पुरस्कार के रूप में दिए।

दोनों कलाकारों ने उसके बाद इसी राशि से लाइट ऑन-ऑफ करने वाले कर्मचारी को वेतन देने का फैसला किया और वैंकेसी निकाली। अच्छी बात है कि इस काम के लिए दुनिया भर से कोई भी आवेदन कर सकता है। पर ये आवेदन साल 2025 में शुरू होंगे, जबकि उसके अगले साल यानी कि 2026 में कर्मचारी की नियुक्ति होगी। फिलहाल कोर्सवेगन स्टेशन का काम जारी है।

गोल्डिन और सेनेबी ने इस काम को ‘इटर्नल एम्प्लॉयमेंट’ करार दिया है। बताया जा रहा है कि कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान उपस्थित रहना जरूरी नहीं होगा। वह चाहे तो आराम कर सकता है, टीवी देख सकता है या फिर सो सकता है। ऊपर से इस काम के लिए इन कलाकारों ने कोई विशेष योग्यता भी नहीं मांगी है।

रिपोर्ट्स में दोनों आर्टिस्ट्स के हवाले से कहा गया कि काम के न होने पर कोई भी कर्मचारी ऊब सकता है, पर वह चाहे तो अपने हुनर का इस्तेमाल भी कर सकता है। वह उसके अलावा और भी चीजें कर सकता है। हमारा मकसद लोगों को सिर्फ और सिर्फ श्रम की अहमियत समझाना है।