Soyuz and Dragon Difference:अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी वापसी में कुछ यान घंटों में पहुंच जाते हैं, तो कुछ को पूरा दिन लग सकता है। हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से 17 घंटे में पृथ्वी पर लौटे। जबकि, रूस का सोयुज यान वही सफर सिर्फ 3 घंटे में पूरा कर लेता है। लेकिन ऐसा क्यों? आखिर दो यानों के बीच समय में इतना बड़ा अंतर क्यों होता है?

सोयुज यान (Soyuz spacecraft) की डिजाइन 1960 के दशक में हुई थी और इसका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रियों को तेजी से और सुरक्षित पृथ्वी पर लाना है। यह तीन चरणों में पृथ्वी तक पहुंचता है:—

तेज डी-ऑर्बिट बर्न: आईएसएस से निकलने के बाद, सोयुज यान तीव्र गति से पृथ्वी की ओर बढ़ता है।

एटमॉस्फियर री-एंट्री: यह लगभग 90 डिग्री के कोण से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है, जिससे यह बहुत तेजी से घर्षण से ब्रेक लगाता है।

पैराशूट और लैंडिंग: अंतिम चरण में चार बड़े पैराशूट इसे धीमा करते हैं, और लैंडिंग से ठीक पहले इंजन बूस्ट इसकी गति और कम कर देता है।

समय: यह पूरी प्रक्रिया सिर्फ़ 3 घंटे में पूरी होती है, क्योंकि यह सीधा और तेज़ लैंडिंग का तरीका अपनाता है।

स्पेसएक्स का ड्रैगन यान (Dragon spacecraft) एक मॉडर्न और अधिक सुरक्षित यान है, जो न केवल तेजी बल्कि आराम और सुरक्षा को भी प्राथमिकता देता है। इसकी वापसी प्रक्रिया लंबी होती है:

  1. धीमा डी-ऑर्बिट बर्न: ड्रैगन यान धीरे-धीरे कक्षा में बदलाव करता है, जिससे यह सही लैंडिंग पथ पर आ सके।
  2. कोणीय री-एंट्री: सोयुज़ के विपरीत, यह वायुमंडल में धीरे-धीरे और झुके हुए कोण से प्रवेश करता है, जिससे तापमान का प्रभाव कम होता है।
  3. समुद्र में लैंडिंग: यह सीधे जमीन पर नहीं गिरता, बल्कि समंदर में उतरता है, जिससे बचाव दल को इसे खोजने और सुरक्षित निकालने में अधिक समय लगता है।

समय: यह पूरी प्रक्रिया 17 घंटे तक लंबी हो सकती है, क्योंकि यह यात्रा को अधिक नियंत्रित और आरामदायक बनाता है।

दोनों के बीच मुख्य अंतर

फीचरसोयुज़ड्रैगन
डिज़ाइन वर्ष1960s2010s
यात्रा का समय3 घंटे17 घंटे
लैंडिंग स्थानकज़ाखस्तान (ज़मीन)फ्लोरिडा तट (समंदर)
गति नियंत्रणतेज और सीधाधीरे-धीरे और सुरक्षित
यात्रियों की संख्या3 लोग7 लोग
हीट शील्ड प्रभावअधिक गर्मी सहन करना पड़ता हैगर्मी को फैलाकर नियंत्रित किया जाता है
लैंडिंग प्रक्रियापैराशूट + इंजन ब्रेकपैराशूट + पानी में उतरने की तैयारी

सोयुज यान तेजी से नीचे आता है, लेकिन इसमें गुरुत्वाकर्षण का ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों को अधिक कठिनाई होती है। ड्रैगन यान की यात्रा लंबी जरूर होती है, लेकिन यह सॉफ्ट लैंडिंग और कम दबाव के कारण यात्रियों के लिए अधिक अनुकूल है।