स्पेसएक्स और नासा ने अंतरिक्ष में फंसे अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को वापस लाने के लिए एक विशेष मिशन लॉन्च किया है। ये दोनों पिछले नौ महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर थे, जबकि उनकी योजना वहां सिर्फ एक हफ्ते रहने की थी। शुक्रवार को ईस्टर्न टाइम के अनुसार सुबह 7:03 बजे फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया गया, जिससे उनकी वापसी का रास्ता साफ हुआ।
चार नए अंतरिक्ष यात्रियों को ISS भेजा गया
इस मिशन के तहत चार नए अंतरिक्ष यात्रियों को ISS भेजा गया है। इनमें NASA की ऐनी मैकलेन (Anne McClain) और निकोल आयर्स (Nichole Ayers), जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के ताकुया ओनिशी (Takuya Onishi) और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकॉसमॉस के किरिल पेस्कोव (Kirill Peskov) शामिल हैं। ये नया दल ISS में मौजूदा दल की जगह लेगा, ताकि विलियम्स और विलमोर अगले सप्ताह लौट सकें। अगर मौसम अनुकूल रहा, तो उनकी वापसी बिना किसी और देरी के पूरी हो सकेगी।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पिछले साल जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल से ISS पहुंचे थे। यह एक छोटा परीक्षण मिशन था, लेकिन तकनीकी खराबियों जैसे हीलियम लीक और थ्रस्टर की विफलता के कारण उनकी वापसी में देरी होती रही। इसके बाद, स्पेसएक्स के कैप्सूल में बैटरी की समस्या के कारण उनकी वापसी और टल गई। आखिरकार, Crew-10 मिशन के जरिए उन्हें लाने की योजना बनी, जिससे नासा और स्पेसएक्स को राहत मिली।
इस मिशन से पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ (Pete Hegseth) ने NASA और SpaceX के दल के लिए एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “हम आपकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और जल्द ही आपको घर वापस देखने के लिए उत्सुक हैं।” वहीं, फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एलन मस्क (Elon Musk) से कहा था कि वे जल्द से जल्द इन अंतरिक्ष यात्रियों को घर लाने की व्यवस्था करें।
अब जब उनकी वापसी तय हो चुकी है, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अपने परिवारों से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हैं। विलमोर, जो चर्च से जुड़े हैं, अपनी सेवाओं को फिर से शुरू करना चाहते हैं, जबकि विलियम्स अपने पालतू लैब्राडोर रिट्रीवर्स को टहलाने के लिए सबसे ज्यादा उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, “यह मिशन भले ही लंबा खिंच गया हो, लेकिन इसने अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति लोगों की रुचि बढ़ा दी है।”