अफगानिस्तान में मंगलवार को एक आत्मघाती हमला में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। प्रांतीय गर्वनर के प्रवक्ता अताउल्ला खोगयानी ने बताया कि पूर्वी नंगरहार प्रांत में संसदीय प्रत्याशी अब्दुल नासिर मोहम्मद की रैली में एक आतंकवादी ने खुद को उड़ा दिया जिसके कारण कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य लोग घायल हो गये। बता दें कि अफगानिस्तान में बहुप्रतीक्षित संसदीय और जिला परिषद चुनावों के लिए शुक्रवार से चुनाव अभियान का आगाज हुआ। समाचार एजेंसी ‘सिन्हुआ’ के अनुसार, अफगानिस्तान की संसद की 249 सीटों के लिए मतदान 20 अक्टूबर होगा, जिसमें देश के 34 प्रांतों में से 33 प्रांत (गजनी को छोड़कर) से करीब 2,691 उम्मीदवार चुनाव मैदान में होंगे।
तालिबान शासन के खात्मे के बाद अफगानिस्तान में पहला संसदीय चुनाव 2005 में हुआ था। इसके बाद 2010 में दूसरी बार संसदीय चुनाव हुआ। हालांकि तीसरा संसदीय चुनाव 2015 में राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही होना था, मगर उसे बार-बार टाला गया। इस बीच, कथित तौर पर अफगानिस्तान के निर्वाचन आयोग ने जिला परिषदों के लिए महिला उम्मीदवारों के अभाव सहित कई कारणों से गजनी प्रांत में चुनाव टाल दिया है।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, जिला परिषदों के उम्मीदवार तीन अक्टूबर से चुनाव अभियान का आगाज करेंगे ओर प्रचार अभियान 17 अक्टूबर तक चलेगा। अफगानिस्तान के निर्वाचन कानून के अनुसार, संगठनों की तटस्थता और भाषण करने की जगह, मीडिया की निष्पक्षता, चुनाव अभियान में पारदर्शिता समेत उम्मीदवारों को कई नियमों व प्रतिबंधों का अनुपालन करना होगा। अफगानिस्तान के इस चुनाव में 30 महिलाओं समेत 90 लाख से अधिक मतदाता अपने मतदान का इस्तेमाल करके संसद के निचले सदन वोलेसी जिरगा के लिए पांच साल की अवधि के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे। साथ ही, वे जिला परिषदों के सदस्यों का भी चुनाव करेंगे।

