Afghanistan Earthquake Latest News: अफगानिस्तान के कुनार और नंगरहर प्रांत में 6 से ज्यादा तीव्रता के भूकंप की वजह से भारी तबाही देखने को मिली, 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, 2500 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। चिंता की बात यह है कि तालिबान सरकार तो मृतकों का आंकड़ा 1100 से ज्यादा बता रही है।
समझने वाली बात यह है कि अफगानिस्तान हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में स्थित है। यहां पर भारतीय और यूरेशियन टैकटोनिक प्लेट्स आपस में लगातार टकराती रहती हैं, इसी वजह से इस पूरे क्षेत्र को भूकंप के लिहाज से भी काफी संवेदनशील माना जाता है। इस बार जो नंगरहर और कुनार में भूकंप आया है, वहां भी इसी वजह से ज्यादा तबाही देखने को मिली है।
जानकारी के मुताबिक इस विनाशकारी भूकंप की गहराई सिर्फ 8 किलोमीटर थी, इसका साफ मतलब था कि ऊर्जा ऊपर तक काफी तेजी से पहुंची और इसी वजह से ज्यादा कंपन होती दिखी।
भूकंप क्योंकि देर रात आया इस वजह से ज्यादातर लोग सो रहे थे और उन्हें खुद को बचाने का एक भी मौका नहीं मिल पाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुनार के चॉकी, नरगुल वाटपुर, मनोगी जैसे कई गांवों में भारी नुकसान देखने को मिला है। कुछ गांव तो ऐसे हैं जहां पर 90% तक लोगों की जान जा चुकी है।
जानकार मानते हैं कि जिस इलाके में भूकंप आया था, वहां पर ज्यादातर घर मिट्टी के थे। इसी वजह से वो तेज झटकों को सहन नहीं कर पाए और कुछ ही सेकंड में मलबे में तब्दील हो गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस विनाशकारी भूकंप के बाद अफगानिस्तान में रेस्क्यू ऑपरेशन काफी मुश्किल हो रहा है। तालिबान शासन और आर्थिक संकट की वजह से लोगों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। इस समय हजारों घर टूट चुके हैं, महिलाओं और बच्चों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है।
इस आपदा के बाद भारत ने भी मदद का हाथ बढ़ा दिया है। उसकी तरफ से 1000 टेंट और 15 टन भजन भेजा गया है। इसके अलावा चीन और ईरान ने भी अपनी तरफ से मदद का पूरा आश्वासन दिया है, यूरोपीय संघ और जापान भी मदद करने के लिए आगे आए हैं। लेकिन अफगानिस्तान के इस प्रांत की भौगोलिक स्थिति क्योंकि काफी चुनौतीपूर्ण है, ऐसे में कई जगह पैदल ही जाना पड़ रहा है।