अमेरिका और मेक्सिको के बीच फंसे शरणार्थियों की हालत बेहद खराब है। हाल ही में यह बात वायरल हो रहे एक फोटो के जरिए सामने आई, जिसमें पिता-बेटी की लाश समुंदर किनारे पानी में तैर रही थीं। सोमवार (24 जून, 2019) को ली गई तस्वीर उत्तर अमेरिका की सरहद से सटे रियो ग्रांडे नदी के किनारे की है। वहां ऑस्कर एल्बर्टो मार्टिनेज रमीरेज (26) के साथ 23 महीने की बेटी की लाश गहरे पानी में तैरती नजर आ रही थी। दोनों लाशें जिस हालात में पड़ी थीं, उसे मालूम पड़ता है कि अंतिम पलों में भी पिता ने बेटी को सीने से अलग नहीं होने दिया। कठिन घड़ी में उन दोनों ने एक-साथ दुनिया को अलविदा कहा।
‘ला जोर्नाडा’ दैनिक की रिपोर्टर जूलिया ले डुक के मुताबिक, रमीरेज रविवार को माटामोरोस पहुंचे थे, जहां उन्हें उम्मीद थी कि वह अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष सपरिवार वहां शरण की दरख्वास्त कर सकेंगे। पर जब उन्हें महसूस हुआ कि इस प्रक्रिया में काफी समय लगेगा, तो उन्होंने तैर कर पार जाने का फैसला किया।
‘गार्जियन’ को इस बारे में ले डुक ने बताया कि पहले वह बच्चे को लेकर वहां पहुंचे और उन्होंने उसे अमेरिकी तट की ओर छोड़ दिया। वह इसके बाद पत्नी के पास आए, लेकिन बच्ची उनके पीछा करते हुए पानी में चली आई। आनन-फानन वे उसे बचाने पहुंचे तो उसी दौरान वे दोनों डूब गए।

‘एपी’ के मुताबिक रमीरेज की मां ने इस बाबत कहा, “मैंने उन्हें जाने के लिए मना किया था, पर वे सब नहीं माने। बच्ची ने छलांग लगाकर पिता तक पहुंचने का प्रयास किया, मगर जब तक वह उसे बचाते वह और आगे आ गई थी। रमीरेज ने बचाने के लिए उसे अपनी शर्ट में डाल लिया था कि वह उससे अलग न हो।”
मेक्सिको के राष्ट्रपति ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। वहीं, मेक्सिको के अखबारों ने इस फोटो की तुलना 2015 में सामने आई कुछ ऐसी ही तस्वीर से की, जिसमें सीरियाई मासूम आयलान कुर्दी का शव ग्रीक द्वीप के पास समुंदर के किनारे पड़ा हुआ था। सोशल मीडिया पर भी यह फोटो खूब वायरल हो रहा है। दुनिया भर के लोग दुख और संवेदना जाहिर कर रहे हैं, जबकि कुछ ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए शरणार्थियों के लिए अहम कदम उठाने की मांग की है।