पाकिस्तान को एक और झटका देते हुए श्रीलंका ने इस्लामाबाद में आयोजित होने वाले 19वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने की शुक्रवार को घोषणा की। भारत ने इस सम्मेलन में शामिल होने को लेकर असमर्थता जताई थी और इसके बाद श्रीलंका पांचवां देश है जिसने आयोजन में शामिल नहीं होने की घोषणा की है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि श्रीलंका को अफसोस है कि इस्लामाबाद में 19वें दक्षेस शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए क्षेत्र में अनुकूल माहौल नहीं है।  इसके पहले भारत, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान दक्षेस सम्मेलन में शामिल नहीं होने की घोषणा कर चुके हैं। हालांकि, नेपाल ने भी यह सम्मेलन पाकिस्तान के बाहर कराने के लिए कहा है। वहीं अब एक सदस्य मालदीव बचा है, जिसने इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया।

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बयान में भारत और पाकिस्तान के बीच के मौजूदा तनाव को कोई जिक्र नहीं किया गया है। लेकिन इसमें सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की गयी है। इसमें क्षेत्र में आतंकवाद के मुद्दे से निर्णायक तरीके से निपनटने पर जोर दिया गया है। बयान के अनुसार दक्षिण एशिया के लोगों की भलाई के लिए सार्थक क्षेत्रीय सहयोग की कामयाबी की खातिर शांति और सुरक्षा आवश्यकत तत्व हैं।

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बता दें, उरी हमले के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी के सम्मेलन में शरीक नहीं होने की जानकारी देते हुए कहा था, ‘वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार इस्‍लामाबाद में प्रस्‍तावित बैठक में हिस्‍सा नहीं ले सकती।’ सार्क देशों की बैठक 9 और 10 नवंबर, 2016 को इस्लामाबाद में होनी है। पिछले साल सार्क सम्मेलन नेपाल में हुआ था।

सार्क की स्थापना 1985 में ढाका में की गई थी। इसका मुख्यालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में है।