South Korea Martial Law: दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगा दिया गया है। वहां के राष्ट्रपति ने कहा है कि विपक्ष उत्तर कोरिया के साथ खड़ा है, ऐसे में देश की सुरक्षा सबसे जरूरी हो जाती है। राष्ट्रपति यून सुक-योल ने मंगलवार को देश के नाम एक संबोधन किया था, उसमें उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उनकी तरफ से दावा हुआ कि देश का विपक्ष अब उत्तर कोरिया के साथ मिल चुका है, वो उसके प्रति सहानुभूति दिखाने लगा है।

South Korea में क्यों लगा मार्शल लॉ?

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में बोला कि मैं दक्षिण कोरिया को अब उत्तर कोरिया की कम्युनिस्ट ताकतों से बचाने के लिए, देश विरोधी तत्वों को जड़ से खत्म करने के लिए इमरजेंसी मार्शल लॉ (Emergency Martial Law) की घोषणा करता हूं। मैं इस कदम को देश की स्वतंत्रता और संवैधानिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए बहुत जरूरी मानता हूं। राष्ट्रपति यहीं नहीं रुके, उन्होंने दावा कर दिया कि देश को पंगु बनाने की साजिश रची जा रही है।

इस बारे में उन्होंने बोला कि वर्तमान में हमारे देश की नेशनल असेंबली अपराधियों के लिए एक स्वर्ग बन चुकी है। यह विधायी तानाशाही के अड्डे से कम नहीं है। पूरी ताकत लगा दी गई है जिससे न्यायिक और प्रशासनिक प्रणालियों को पंगु बना दिया जाए। हमारे लोकतंत्र को खत्म करने की बड़ी साजिश हो रही है।

राष्ट्रपति यून की ऐसी क्या मजबूरियां?

अब यह मार्शल लॉ उस समय लगाया गया है जब राष्ट्रपति यून सत्ता में रहते हुए भी कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। वे 2022 में सत्ता पर काबिज जरूर हुए थे, लेकिन उनकी कंजर्वेटिव पीपल पॉवर पार्टी की लगातार विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ तकरार देखने को मिली है। इस साल का जो बजट पेश किया गया था, उसे लेकर भी काफी विवाद रहा था। इस समय अपने ही देश में राष्ट्रपति यून की लोकप्रियता भी घटती जा रही है, वे क्योंकि कई घोटालों में भी फंस चुके हैं, उस वजह से भी विपक्ष उन पर हमलावर है।

वैसे दक्षिण कोरिया में अब जो मार्शल लॉ लगाया गया है, कई दूसरे देशों में भी ऐसा दौर देखने को मिल चुका है। सभी के मन में सवाल आ रहा है कि यह मार्शल लॉ होता क्या है, इसे क्यों लगाया जाता है। इस सवाल का जवाब जानने के लिए यहां क्लिक करें