पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह के सूचना सलाहकार मौला बक्श चंदियो ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आरोप लगया है। चंदियो ने अरोप लगाया है कि शरीफ परिवार से जुड़ी चीनी मिल और नंदीपुर मेगा पावर प्रोजेक्ट के कागजात जान-बूझकर खत्म किए गए हैं। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने उनके हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा है, ‘मिल के कागजातों में उन भारतीयों का रिकॉर्ड था, जो कई सालों से इसमें काम कर रहे थे। जबकि पावर प्रोजेक्ट के रिकोर्ड्स को इसलिए नष्ट कर दिया गया क्योंकि उसमें भ्रष्टाचार के संकेत थे।’ चंदियो ने यह बयान पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा उनके जन्मदिन पर आयोजित किए गए समारोह में दिया। चंदियो ने दावा किया कि मिल मालिकों और सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के द्वारा किए गए गंभीर अपराधों को नोटिस नहीं किया गया। हालांकि, मीडिया और आमजन ने ये सवाल काफी बार उठाए हैं।
चंदियो ने आरोप लगाया कि करदाताओं की कमाई को नंदीपुर पावर प्रोजेक्ट में खर्च किया गया है। सरकार से पूछना चाहिए कि पावर प्लांट की वजह से देश में ऊर्जा संकट में क्या मदद मिली।
बता दें, पिछले सप्ताह पाकिस्तान अवामी तहरीक के चेयरमैन ताहिरुल कादरी ने आरोप लगाया था कि शरीफ परिवार ने अपनी चीनी मिलों में करीब 300 भारतीयों को नौकरी पर रखा हुआ है। उन्होंने ऐसे ही 50 भारतीयों की लिस्ट जारी की थी, जो कि शरीफ ब्रदर्श की मिल में काम करते थे। कादरी के आरोप पर शरीफ ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरेक्टर यूसफ अब्बास शरीफ ने कहा था कि उनकी चीनी मिल में एक भी भारतीय काम नहीं करता। उनका कहना था कि चीनी मिल में 1100 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन उनमें से एक भी विदेशी नहीं है।