लॉस एंजिल्स में पुलिस की गोलीबारी में सिख समुदाय के एक शख्स की मौत के बाद पुलिस विभाग के कामकाज पर सवाल खड़े हो रहे हैं। Los Angeles Police Department (LAPD) ने इस बारे में फुटेज जारी की है जिसमें 35 साल के गुरप्रीत सिंह एक चौराहे पर सिखों की पारंपरिक मार्शल आर्ट गतका का प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे हैं। धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सिख समुदाय के लोग गतका का प्रदर्शन करते हैं।
यह घटना 13 जुलाई की सुबह 9 बजे के आसपास क्रिप्टो.कॉम एरिना के पास फिगेरोआ स्ट्रीट और ओलंपिक बुलीवर्ड के चौराहे पर हुई। LAPD की रिपोर्ट और 911 पर कई गई कॉल्स के अनुसार, गुरप्रीत सिंह ने ट्रैफिक के बीच में अपनी कार रोकी और बाहर निकलकर दो फुट लंबी तलवार लहराने लगे।
जापान पहुंचे पीएम मोदी का भव्य स्वागत, जानिए क्यों महत्वपूर्ण है यह दौरा
फुटेज में गुरप्रीत सिंह को बनियान, शॉर्ट्स और नीली पगड़ी पहने हुए, तलवार लहराते हुए दिखाया गया है और ऐसा लग रहा है कि वह मार्शल आर्ट कर रहे हों। चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि सिंह राहगीरों को धमकी दे रहे थे, जिसके बाद पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी पड़ी।
पुलिस ने हथियार छोड़ने को कहा
सूचना मिलने पर पुलिस अफसर माइकल ओरोज़्को और नेस्टर एस्पिनोज़ा बोजोर्केज़ वहां पहुंचे और गुरप्रीत सिंह से कहा कि वह हथियार छोड़ दें। इसके बजाय गुरप्रीत सिंह ने पुलिस अफसरों पर पानी की बोतल फेंकी और गाड़ी मे बैठकर भाग गए।
‘भारत पर टैरिफ का यूक्रेन से कोई संबंध नहीं’, डेमोक्रेट सांसदों ने खोली डोनाल्ड ट्रंप की पोल
पुलिस ने उनका पीछा किया और गुरप्रीत सिंह ने भागने के दौरान कई गाड़ियों को टक्कर मार दी। पुलिस के मुताबिक, फिगेरोआ और 12वीं स्ट्रीट पर गाड़ी रोककर गुरप्रीत सिंह बाहर निकले और तलवार से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गुरप्रीत सिंह को कई गोलियां लगी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां सिंह की मौत हो गई।
पुलिस ने क्या वजह बताई?
पुलिस विभाग का कहना है कि गुरप्रीत सिंह ने आदेशों को नहीं माना और अधिकारियों पर हमला किया, इस वजह से उनके खिलाफ बल प्रयोग करना पड़ा क्योंकि इससे लोगों की सुरक्षा को खतरा हो सकता था। इसे लेकर बहुत सारी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। एक शख्स ने सवाल उठाया है कि क्या उन्हें जिंदा गिरफ्तार नहीं किया जा सकता था?