Bangladesh News: बांग्लादेश में पिछले कुछ महीनों से उथल-पुथल का दौर चल रहा है। शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद में बांग्लादेश की कमान नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के हाथों में आ गई हैं। इसी बीच अब मोहम्मद यूनुस की सरकार के प्रुमख सलाहकार ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग को चुनावों में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
महफूज आलम ने कहा कि चुनाव केलव बांग्लादेश के समर्थक समूहों के बीच ही लड़ा जाएगा। चांदपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए आलम ने कहा कि केवल पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP), जमात-ए-इस्लाम और अन्य बांग्लादेश समर्थक समूह ही देश में अपनी राजनीति जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि इनमें से कोई भी निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया के जरिये ही भविष्य का शासन कायम करेगा।
अवामी लीग को चुनाव लड़ने की नहीं दी जाएगी इजाजत- आलम
मोहम्मद यूनुस की सरकार के प्रमुख सलाहकार आलम ने कहा कि अवामी लीग को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। आलम ने कहा कि जब तक “न्यूनतम सुधार” लागू नहीं किए जाते और “फासीवादी हसीना सरकार” ने जो कथित तौर पर तबाह किए गए संस्थान को फिर से कायम नहीं किया जाता है तब तक कोई भी चुनाव नहीं होगा। 5 अगस्त 2024 से अवामी लीग सियासत से बाहर हो गई है। इसके ज्यादातर नेता और हसीना कैबिनेट के सदस्य या तो जेल में है या कहीं विदेशों में हैं।
अवामी लीग के नेता कर रहे शेख हसीना से संपर्क
मोहम्मद यूनुस पर अवामी लीग के नेता ने बोला हमला
बांग्लादेश अवामी लीग के वरिष्ठ नेता अज़ादुज़्ज़मां खान कमाल ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के लिए कुछ बहुत ही कड़े शब्द कहे। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘उनके पास कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है, वह कोई नेता या राजनीतिक व्यक्ति नहीं हैं। हमारे देश के साथ एक बहुत ही अजीब बात हुई है। बांग्लादेश एक अजीब उदाहरण बन गया है। यूनुस को अपना पद छोड़ देना चाहिए और अवामी लीग समेत सभी राजनीतिक दलों से चुनाव लड़ने और लोकतंत्र बहाल करने के लिए कहना चाहिए। यही एकमात्र रास्ता है।’ किन हालातों में बांग्लादेश के हिंदू सांसद पढ़ें पूरी खबर…