सऊदी अरब के शीर्ष इमाम मुफ्ती शेख अब्दुल अजीज अल शेख ने ‘शतरंज’ को इस्‍लाम में वर्जित बताया है। एक वीडियो क्लिप में उन्‍हें यह कहते हुए दिखाया गया है कि ‘शतरंज’ का खेल न केवल समय की बर्बादी है बल्कि इससे आपसी रंजिश में बढ़ती है। उनके इस बयान पर अरब जगत में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। खासतौर पर टि्वटर लोगों उनके बयान की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।

आपको बता दें कि इमाम की वीडियो क्लिप पिछले साल दिसंबर में यू-ट्यूब पर डाली गई थी, जो कि अब चर्चा का विषय बन गई है। टि्वटर पर इमाम के विरोध में कह रहे हैं कि ‘शतरंज’ दिमाग वाले लोगों को खेल है, इसलिए कजरवेटिव लोगों को यह पसंद नहीं आ रहा है।

सर्वोच्च इमाम ने दावा कि इस खेल को जुए की श्रेणी में शामिल किया गया है। समय और पैसे की बर्बादी के साथ यह खिलाड़ियों के बीच शत्रुता भी बढ़ाता है। इससे पूर्व इराक के सर्वोच्च शिया धर्म गुरु अयातुल्‍ला अली अल सिस्तानी ने भी शतरंज को हराम करार दिया था।

ध्यान रहे कि शतरंज एक प्राचीन खेल है। 600 वर्ष ईसा पूर्व इसे फारस में चतरंग नाम से जाना जाता था। माना जाता है कि अंग्रेजी का चेस शब्द दरअसल फारसी के शाह (राजा) का ही पर्यायवाची है। इससे चतरंग बाद के वर्षों में शतरंज और अजेद्रेज बन गया। बाद में यह यूरोप में चेस नाम से मशहूर हो गया।